उत्तरकाशी।
उत्तरकाशी के मुख्य बाजार में स्थित “जायका रेस्तरां” में एक विवादास्पद घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है। इस रेस्तरां के एक मुस्लिम कर्मचारी द्वारा तंदूरी रोटी बनाते समय उस पर थूकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय हिंदू संगठनों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया है। यह घटना न केवल सामाजिक बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं को भी भड़का रही है, जिससे इलाके में व्यापक तनाव और विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है।
घटना का वीडियो बुधवार रात लगभग साढ़े 10 से पौने 11 बजे के बीच रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें 20 वर्षीय अदनान नामक युवक, जो मूलतः उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है और वर्तमान में उत्तरकाशी में रहता है, तंदूरी रोटी बनाते हुए कई बार उस पर थूकता दिखाई दे रहा है। वीडियो में यह भी दिखाया गया कि थूकने के बाद युवक अपने हाथों को मसलता भी है, जो स्वच्छता और मानवीय आचरण के खिलाफ है। इस घटना पर जैसे ही स्थानीय हिंदू संगठनों को जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत रेस्टोरेंट पर कार्रवाई की मांग की और आरोपित युवक को पकड़कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की है।
इस मामले का राजनीतिक और सामाजिक असर बहुत गहरा रहा। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और उत्तराखंड क्रांति दल जैसे संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस घटना के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्य बाजार स्थित विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराकर करीब डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने रोटी पर थूकने की घटना को न केवल व्यक्तिगत अपमान माना, बल्कि इसे देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और गरिमा पर हमला भी बताया। प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी की गई और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
पुलिस और प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है और सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। साथ ही, हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने के लिए भी बैठकें आयोजित की गई हैं जिसमें विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इन बैठकों में दोनों पक्षों ने शांति बनाए रखने व आपसी समझदारी बढ़ाने पर जोर दिया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस रेस्टोरेंट के लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और रेस्तरां संचालक के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा, प्रशासन ने कहा है कि इस तरह के आपत्तिजनक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में ऐसे कृत्यों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
उत्तरकाशी में यह मामला उस बड़े सामाजिक और सांस्कृतिक तनाव का हिस्सा है जो पिछले कुछ समय से उभर रहा है। पिछले साल के मस्जिद विवाद और विभिन्न छोटे-छोटे समुदायिक टकरावों ने यहां की सामाजिक स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है। इस मामले में भी प्रशासन को दोनों समुदायों के बीच शांति स्थापित कराते हुए पूर्वाग्रह और भेदभाव से बचते हुए न्याय सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण होगा।
स्थानीय अल्पसंख्यक सेवा समिति के अध्यक्ष इश्तियाक अहमद ने आरोपी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के लोग समाज के लिए हानिकारक हैं और समाज द्वारा उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि ऐसे कृत्यों में शामिल लोगों से दूरी बनाएं और सामाजिक सद्भाव बनाए रखें। वहीं, हिंदू संगठनों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि दोषियों को कड़ी सजा देकर ऐसी घटनाओं को रोकने का संदेश दिया जाए।



