नैनीताल।
नैनीताल: उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नरेंद्र जी ने आज मुख्य न्यायधीश कोर्ट में नवनियुक्त न्यायाधीश आलोक मेहरा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही अब उत्तराखंड हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या नौ हो गई है।
न्यायमूर्ति आलोक मेहरा उत्तराखंड हाईकोर्ट की स्थापना के समय से ही यहां वकालत कर रहे हैं। 1972 में नैनीताल में जन्मे न्यायमूर्ति आलोक मेहरा के पिता स्वर्गीय गोपाल सिंह मेहरा जाने-माने अधिवक्ता थे। उनकी शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत नैनीताल के सेंट जोजफ कॉलेज से हुई, जहां उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई की। इंटरमीडिएट की शिक्षा उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज नैनीताल से पूरी की, जबकि स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री उन्होंने हल्द्वानी के एम.बी.पी.जी.कॉलेज से प्राप्त की। वर्ष 1998 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के केम्पस लॉ सेंटर से लॉ की डिग्री हासिल की।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मुख्य न्यायाधीश गुहनाथन नरेंद्र ने न्यायाधीश आलोक मेहरा को पद की शपथ दिलाई। शपथ कार्यक्रम की संचालक रजिस्ट्रार जनरल कहकसा खान ने कार्यक्रम की शुरुआत और समापन की सूचना दी। इस अवसर पर महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर, सी.एस.सी. चंद्रशेखर सिंह रावत और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डी.एस.रावत ने फुल बेंच को संबोधित किया।
शपथ ग्रहण समारोह में अधिवक्ताओं, हाईकोर्ट प्रबंधन और जिला प्रशासन के अधिकारियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। वरिष्ठ न्यायाधीशों में मनोज कुमार तिवारी, रविन्द्र मैठाणी, आलोक कुमार वर्मा, राकेश थपलियाल और पंकज पुरोहित मौजूद थे। इसके अलावा बार काउंसिल के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत, एम.सी.कांडपाल, हरिमोहन भाटिया, अजय पाल, कुर्बान अली, सेयद नदीम ‘मून’, जितेंद्र चौधरी, आदित्य साह, राजेश शर्मा, विकास बहुगुणा, डी.के.जोशी और जगदीश बिष्ट भी उपस्थित रहे।