रुद्रपुर:
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) देहरादून शाखा ने विश्व मानक दिवस के उपलक्ष्य में रुद्रपुर के होटल रेडिसन ब्लू में “मानक महोत्सव” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उद्योग, व्यापार, शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि सांसद और केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने गुणवत्ता और मानकीकरण की महत्ता पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथियों में डीआईसी महाप्रबंधक विपिन कुमार, सिडकुल एसोसिएशन अध्यक्ष श्रीकर सिन्हा, सितारगंज एसोसिएशन अध्यक्ष के.सी. सत्यावली, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड प्लाई एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप गुप्ता और प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष नवीन वर्मा शामिल रहे।
विश्व मानक दिवस 2025: थीम और उद्देश्य
बीआईएस देहरादून शाखा प्रमुख सौरभ तिवारी ने बताया कि इस वर्ष की थीम “सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी-17): सामूहिक साझेदारी” है। बीआईएस मानकीकरण के जरिए उद्योग, उपभोक्ता और सरकार के बीच सहयोग को मजबूत कर रहा है, जो सतत विकास को बढ़ावा देगा। अजय भट्ट ने कहा कि मानक उत्पादों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता का आधार हैं। उन्होंने उद्योगों से “वोकल फॉर लोकल” को अपनाकर भारतीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का आह्वान किया। चांदी की हॉलमार्किंग में एचयूआईडी प्रणाली को शामिल करने के बीआईएस के निर्णय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह आभूषण उद्योग में पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास बढ़ाएगा।
उद्योग और विद्यार्थियों की भागीदारी
भट्ट ने बीआईएस से जनजागरूकता बढ़ाने की अपील की ताकि अधिक उद्योग मानकीकरण से जुड़ें। वी-गार्ड, करम सेफ्टी और ग्रीनपैनल के प्रतिनिधियों ने एसडीजी-17 पर प्रस्तुतियां दीं, जिसमें मानकीकरण के जरिए सतत विकास में योगदान को रेखांकित किया। बीआईएस स्टैंडर्ड क्लब के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना, नृत्य और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से गुणवत्ता और मानकों का संदेश दिया, जिसे सभी ने सराहा। क्षेत्र की 150+ औद्योगिक इकाइयों ने प्रमाणन, हॉलमार्किंग और पंजीकरण योजनाओं पर चर्चा की।
विश्व मानक दिवस 14 अक्टूबर को विश्वभर में मनाया जाता है, और इस वर्ष की थीम वैश्विक साझेदारी पर केंद्रित है। बीआईएस ने 2023-24 में उत्तराखंड में 500+ उद्योगों को मानकीकरण से जोड़ा, जिससे उत्पाद गुणवत्ता में 20% सुधार दर्ज हुआ। रुद्रपुर में सिडकुल क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयां हॉलमार्किंग और ISO प्रमाणन को बढ़ावा दे रही हैं। कार्यक्रम का समापन बीआईएस के मिशन “शुद्धता के साथ देश का विकास” से जुड़ने के आह्वान के साथ हुआ।