पौड़ी।
जनपद पौड़ी गढ़वाल में सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया के सख्त निर्देशों के क्रम में सभी उपजिलाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित सड़कों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई मार्गों पर कार्य प्रगति पर पाया गया, जबकि कुछ जगहों पर अभी कार्य शुरू नहीं हुआ था। उपजिलाधिकारियों ने संबंधित विभागों के अधिशासी अभियंताओं को तत्काल गति लाने एवं तय समयसीमा में सड़कों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिए।

सड़क मरम्मत अभियान 2025:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर आधारित इस अभियान के तहत उपजिलाधिकारियों ने व्यापक निरीक्षण किया। संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने बुआखाल–पौड़ी, घुड़दौड़ी–देवप्रयाग और गजा–जाजल मार्ग का जायजा लिया। उपजिलाधिकारी श्रीनगर ने खिर्सू–खेड़ाखाल तथा पौड़ी–देहलचौरी मार्ग का निरीक्षण किया। इसी क्रम में उपजिलाधिकारी चौबट्टाखाल ने नौगांवखाल–मुनाखाल और नौगांवखाल–चौबट्टाखाल मार्ग, उपजिलाधिकारी थलीसैंण ने चौरीखाल–नैणी मक और जल्लू–नैणी मार्ग, उपजिलाधिकारी
धुमाकोट ने लिस्टियाखेत–खाल्यूडांडा और खाल्यूडांडा–भौन अपोला मार्ग, तथा उपजिलाधिकारी चाकीसैंण ने एनएच बुआखाल–पैठाणी–सलोनधार और पाबौ के चंगीन–कुचोली मार्ग का दौरा किया।उपजिलाधिकारी सतपुली ने सतपुली–खैरासैंण–कांडाखाल और एकेश्वर–सतपुली मार्ग, उपजिलाधिकारी बीरोंखाल ने शहीद संदीप सिंह रावत मोटर मार्ग, उपजिलाधिकारी यमकेश्वर ने नालीखाल–

बनचूरी–नैल कपोलकाटल और विट्ठल आश्रम–लक्ष्मणझूला मार्ग, जबकि उपजिलाधिकारी लैंसडाउन ने रिखणीखाल–देवियोखाल और सिद्धखाल–दुधारखाल मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि कई स्थानों पर पैचवर्क कार्य प्रारंभ हो चुका है, जहां मशीनरी और श्रमिक तैनात हैं। गड्ढों को भरने, सड़क सतह को समतल करने के साथ-साथ जल निकासी व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है।
गुणवत्ता पर सख्ती:

जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने कहा, “सड़कों की खराब स्थिति आमजन की परेशानी का कारण है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने बताया कि सभी सड़कों पर पैचवर्क कार्य तेजी से चल रहा है। जहां कार्य शुरू हो चुका है, वहां गुणवत्तापूर्ण सामग्री के उपयोग को सुनिश्चित किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यदि गुणवत्ता में कमी पाई गई, तो दुबारा कार्य कराने के निर्देश दिए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि पैचवर्क इस प्रकार किया जाए कि आगामी बरसात में भी सड़कें सुरक्षित और मजबूत बनी रहें।