लैंसडाउन:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल में आयोजित शहीद सम्मान समारोह में भाग लिया। उन्होंने शहीदों की अमर वीरगाथाओं को नमन करते हुए कहा कि वीर गब्बर सिंह नेगी जैसे अमर सपूतों के बलिदान से ही देश सुरक्षित है। समारोह में शहीदों के परिजनों को ताम्रपत्र व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। सीएम ने आर्मी बैंड का निरीक्षण कर जवानों को शुभकामनाएं दीं तथा अमर शहीद गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल में उनकी प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
शहीद सम्मान यात्रा 2.0: पावन मिट्टी से सैन्य धाम
विभिन्न जनपदों के शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी से भरे ताम्र कलशों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर सीएम ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। सभी ने मौन धारण कर कृतज्ञता व्यक्त की। गौरतलब है कि 25 सितंबर से 4 अक्टूबर तक चली शहीद सम्मान यात्रा 2.0 के तहत एकत्रित 71 शहीदों की मिट्टी को देहरादून के निर्माणाधीन सैन्य धाम में स्थापित किया जाएगा। सीएम ने कहा, “सैन्य धाम ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं, अमर आत्माओं का प्रतीक है। यह आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा देगा।”
सैनिक कल्याण 2025: सुविधाओं का विस्तार
समारोह में सीएम ने सैनिकों व परिजनों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। कोटद्वार के सैनिक विश्राम गृह का जीर्णोद्धार कर आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने, निदेशालय व जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों में वीर नारियों व पूर्व सैनिकों के लिए कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित करने, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लैंसडाउन संग्रहालय के जीर्णोद्धार के लिए आर्थिक सहायता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयहरीखाल का उच्चीकरण का ऐलान किया।
इसके अलावा, राजकीय इंटर कॉलेज कर्तिया का नाम शहीद कमल सिंह रावत के नाम पर, हाईस्कूल डोबरियासार का नाम शहीद अनुज सिंह नेगी के नाम पर, बरुआ-चिणबो मार्ग का नामकरण शहीद केशवानंद ध्यानी के नाम पर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम शहीद हरीश जोशी के नाम पर तथा जयहरीखाल-गुमखाल मार्ग का नामकरण शहीद खुशाल सिंह नेगी के नाम पर करने की घोषणा की। द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों व विधवाओं को अन्य स्रोतों से अनुदान की बाध्यता समाप्त कर सम्मान राशि देने का भी फैसला लिया।
शहीद परिवारों के लिए सशक्त कदम
सीएम ने बताया कि उत्तराखंड में शहीदों के परिजनों को अनुग्रह राशि 50 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ कर दी गई है। अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार की सहायता, भूमि खरीद पर स्टांप ड्यूटी में 25 प्रतिशत छूट दी जा रही है। सरकारी नौकरी में संयोजन के तहत 28 परिजनों को नियुक्ति मिल चुकी है, 13 मामलों की प्रक्रिया चल रही है।
आवेदन समय सीमा 2 से बढ़ाकर 5 वर्ष की गई। केंद्र सरकार की वन रैंक वन पेंशन, आधुनिक उपकरण जैसी सुविधाओं का भी जिक्र किया।सीएम ने प्रदेशवासियों से “एक पेड़ शहीदों के नाम” अभियान चलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड वीरभूमि है, हर घर सैन्य पृष्ठभूमि से जुड़ा है। सरकार सैनिक कल्याण के लिए कटिबद्ध है। भारत रक्षा निर्यात में अग्रणी है और दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम।”
मंत्री व सांसदों का संदेश
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा, “शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का लैंसडाउन में सफल समापन। सीएम सैनिकों के कल्याण के प्रति संवेदनशील हैं।” राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा, “उत्तराखंड देवभूमि व वीरभूमि है। शहीद अमर हैं, उनका सम्मान प्राथमिकता है। समूह ‘ग’ सेवाओं में 10 प्रतिशत आरक्षण सराहनीय।” विधायक दिलीप सिंह रावत ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
शहीद सम्मान यात्रा की वीडियो क्लिप प्रदर्शित की गई।सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र चौधरी ने सभी का आभार जताया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्षा रचना बुटोला, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, कर्नल ऑफ द रेजिमेंट ले.ज. डी.एस. राणा, ले. ज. शरत चंद्र (से.नि.), ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, उपाध्यक्ष गौ सेवा आयोग पं. राजेंद्र अंथवाल, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मेयर कोटद्वार शैलेंद्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।