पंतनगर।
पंतनगर के जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्टेडियम में शुक्रवार को आयोजित भव्य किसान महासम्मेलन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किसानों के आत्मनिर्भर भारत और आधुनिक कृषि राज्य के सपने को आगे बढ़ाने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने जिले में वर्ग चार की भूमि के विनियमितीकरण पर परीक्षण और शीघ्र राहत का भरोसा दिलाया, साथ ही स्पष्ट किया कि किसान आत्मनिर्भर होंगे तभी विकसित भारत की परिकल्पना पूरी होगी।
सम्मेलन में लगभग 28 हजार किसान, चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद, उमड़े। किसानों, लखपति दीदी समूहों और छात्र नवाचारियों को मंच पर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कृषि और खुदरा क्षेत्र की प्रगति, ड्रैगन फ्रूट, कीवी, नई सेब नीति पर बात रखी—इन मॉडलों पर राज्य सरकार 80% सब्सिडी और फलों के उत्पादन में ढाई गुना वृद्धि जैसे कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से 9 लाख उत्तराखंडी किसानों को सालाना सहायता, किसानों के लिए 3 लाख रुपये तक ब्याजमुक्त ऋण, पाली हाउस निर्माण हेतु 200 करोड़ की घोषणा और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाकर आत्मनिर्भरता का मॉडल प्रस्तुत किया गया। संस्था, विज्ञानी, किसान और छात्र मिलकर राज्य को आधुनिक कृषि-मॉडल बनाने की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प लेकर लौटे।
2025 – किसान महासम्मेलन पंतनगर: मुख्य घोषणाएँ एवं उपलब्धियाँ
| मुख्य बिंदु/घोषणाएँ | लाभार्थी वर्ग | राशि/नीति | परिणाम/लाभ |
|---|---|---|---|
| वर्ग चार भूमि विनियम | किसान, भूमि धारक | प्रक्रिया त्वरित | भूमि अधिकार, आत्मनिर्भरता |
| किसान सम्मान निधि | 9 लाख किसान | वार्षिक सहायता | सीधी लाभ, आर्थिक संबल |
| ब्याजमुक्त ऋण | किसान | ₹3 लाख तक | नयी शुरुआत/कमाई |
| बागवानी सब्सिडी | बागवानी किसान | 80% तक | फल उत्पादन में वृद्धि |
| लखपति दीदी सम्मान | महिला समूह | – | स्वरोजगार, आत्मनिर्भरता |
| नवाचारी छात्र सम्मान | छात्र | – | नवाचार को बढ़ावा, प्रोत्साहन |
पंतनगर किसान महासम्मेलन 2025 ने भविष्य की कृषि नीतियों, नई तकनीक, महिला सशक्तिकरण और किसान उद्यमिता का मजबूत संदेश दिया,मुख्यमंत्री की घोषणाओं और किसानों की भागीदारी से विश्वास जगा कि प्रदेश की कृषि नीतियों में तीव्र सुधार और नवाचार की राह पर लगातार चल रहा है।



