चंबा जिले के ब्लॉक सभागार में आयोजित क्षेत्र पंचायत (बीडीसी) की बैठक शुक्रवार को समस्याओं की झड़ी के साथ हुई। ब्लॉक प्रमुख सुमन सजवाण की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं पर पंचायतों की पीड़ा खुले तौर पर सामने आई।

बैठक की शुरुआत ग्राम पंचायत बड़ा स्युटा के प्रधान जसपाल नेगी द्वारा जल जीवन मिशन की हर घर नल योजना में गड़बड़ी के आरोप से हुई। नेगी ने कहा कि पाइप लाइन के लिए नई व्यवस्था के बजाय पुरानी लाइनों का सहारा लिया गया है, जिससे घरों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने पाइपलाइन इंजीनियरिंग की जांच की मांग करते हुए जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग भी उठाई।
मन्ज्यूड पंचायत की प्रधान रानी ने ऐतिहासिक किरदार गब्बर सिंह के पैतृक घर तक सड़क न बनने का मुद्दा रखा, वहीं केमवाल गांव की प्रधान राखी राणा ने सोंदकोटी-केमवल मोटर मार्ग की जर्जर हालत से जुड़ी समस्याओं पर चिंता जाहिर की। देवरी मल्ली के प्रधान विनोद सुयाल ने गांव में झूलती बिजली तारों और बंच केबल बिछाने में हो रही देरी को रेखांकित किया। विभाग की ओर से कार्रवाई की अपेक्षा के बावजूद, कई बार याद दिलाने के बाद भी समाधान न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।
दिखोल गांव के प्रधान बलवंत रावत ने खराब पड़ी सोलर लाइटों को दुरुस्त कराने की मांग रखी। बैठक के दौरान कई प्रतिनिधियों ने आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों और पुस्तों के निर्माण में हो रही देरी के मसले को भी उठाया। इस पर लोनिवि के अधिशासी अभियंता जगदीश खाती ने सफाई दी कि सभी प्रस्ताव जिलाधिकारी कार्यालय भेज दिए गए हैं और स्वीकृति मिलते ही काम को प्राथमिकता से शुरू किया जाएगा।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) वरुणा अग्रवाल ने सुनिश्चित किया कि अधिकारियों को जो भी कार्य प्राथमिकता की सूची में हैं, उन्हें शीघ्र पूरा करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। ब्लॉक प्रमुख सुमन सजवाण ने विकास की गति बनाए रखने के लिए सभी पंचायत स्तर की समस्याओं के समयबद्ध समाधान की जरूरत जताई।
बैठक में बीडीओ जाकिर हुसैन, कनिष्ठ प्रमुख सरोज मखलोगा, प्रधान परवीन भंडारी, दर्शनी भंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य रवि रावत, अनिता भंडारी समेत कई प्रमुख जनप्रतिनिधि व अधिकारी भी उपस्थित रहे।



