रामनगर।
राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के मौके पर रामनगर में आयोजित राज्य स्तरीय जन वन महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रकृति संरक्षण, पारिस्थितिकी, वन्य जीव रक्षा और स्थानीय आजीविका को जोड़ने पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा देवभूमि की संस्कृति में वन्य जीवों, जैव विविधता और प्रकृति का संरक्षण निहित है, और हमारी पीढ़ी के लिए यह जिम्मेदारी है कि प्राकृतिक विरासत के साथ आर्थिकी को संतुलित करें।
मुख्यमंत्री ने 1973 के चिपको आंदोलन और महिलाओं की अग्रणी भूमिका को पर्यावरणीय आंदोलन, सत्याग्रह और महिला सशक्तिकरण की मिसाल बताते हुए कहा कि उत्तराखंड की हरियाली, वन्य जीव और सुरक्षित पारिस्थितिकी प्रदेश की असली पहचान हैं। सरकार GPS ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड जैसी तकनीकों का आधुनिक वन्य बायोमॉनिटरिंग में इस्तेमाल कर रही है जिससे बाघ, हाथी, तेंदुआ आदि वन्य जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।
उन्होंनें इको-टूरिज्म मॉडल का ज़िक्र करते हुए कहा कि बिजरानी, गिरिजा और ढिकुली ज़ोन को विकसित कर हजारों ग्रामीणों को रोजगार और प्रशिक्षण दिया गया है। महिला जिप्सी चालकों के लिए विशेष प्रशिक्षण, वाइल्डलाइफ़ टूरिज्म स्किल्स (नेचर गाइड, फोटोग्राफर, ड्रोन पायलट आदि) को उद्यम के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बच्चों की चित्रकला और कलाकृतियों का अवलोकन कर कहा कि अगली पीढ़ी में पर्यावरण संरक्षण की भावना जगाना हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने ग्राम लेती-चोपड़ा को नए राजस्व ग्राम, ग्राम भलौन में ट्यूबवेल, पर्यटन महिला ड्राइवर प्रशिक्षण, सामुदायिक सोवेनियर शॉप, नगर वन में लाइट एंड साउंड शो आदि घोषणाएँ कीं। “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान में पौधारोपण किया गया।
वन मंत्री सुबोध उनियाल, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा समेत बड़ी संख्या में अधिकारी, छात्र, स्थानीय नागरिक, महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्याएं भी उपस्थित रहीं। सभी ने सामूहिक प्रयास से “जनता और जंगल” के रिश्ते को मजबूत, शिक्षाप्रद और रोजगारपरक बनाने का संदेश दिया।
2025 – जन वन महोत्सव रामनगर: मुख्य उपलब्धियां और घोषणाएँ
| विषय/उपलब्धि | मुख्य घोषणाएँ/कार्रवाई | परिणाम/लाभ | प्रमुख वक्ता/अधिकारी |
|---|---|---|---|
| इको-टूरिज्म/रोजगार | महिला जिप्सी चालक, नेचर गाइड, वन्य कौशल | स्थानीय रोजगार, आत्मनिर्भरता | सीएम धामी, सुबोध उनियाल |
| तकनीकी संरक्षण | GPS ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस | वन्य जीव-मानव संघर्ष नियंत्रण | प्रमुख सचिव, वन विभाग |
| नई घोषणाएँ | ग्राम, सोवेनियर, पौधारोपण | बुनियादी सुविधाएँ, सामुदायिक लाभ | मुख्यमंत्री, अधिकारी |
| बच्चों की सक्रियता | चित्रकला, अनुभव साझा | पर्यावरणीय शिक्षा | शिक्षक/अभिभावक |
जन वन महोत्सव रामनगर 2025 ने उत्तराखंड के संरक्षण, सामुदायिक भागीदारी और तकनीकी व रोजगार नवाचार के समागम ‘विकास भी, विरासत भी’ की भावना के साथ हरा-भरा भविष्य गढ़ने की दिशा में मजबूत कदम का संदेश दिया।
