विषम भू-भाग और दुरूह पर्वतीय क्षेत्रों वाले उत्तराखंड में महिला सशक्तीकरण की दिशा में सरकार ने कई अत्यंत महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, अब इन्हीं प्रयासों को विस्तार देते हुए असहाय वृद्ध महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक संबल देने के उद्देश्य से एक नई योजना जल्द शुरू होने जा रही है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या के नेतृत्व में विभाग योजना का प्रारूप तैयार कर रहा है—कैबिनेट से स्वीकृति मिलते ही इसे धरातल पर लागू किया जाएगा।

महिला सशक्तीकरण के मौजूदा प्रयासों में राज्याधीन सेवाओं में महिलाओं के लिए 30% आरक्षण, पंचायतों और सहकारी संस्थाओं में आरक्षण, तथा हाल ही लागू की गई महिला सारथी, महिला एवं बाल मुखी सहायता और एकल महिला स्वरोजगार जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन सभी पहलों से महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन, सामाजिक पहचान और राज्य के विकास में भागीदारी का अवसर मिला है। सरकार का ध्यान अब अधिकतम उन महिलाओं की ओर गया है, जो दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धावस्था और असहाय स्थिति में जीवन बिता रही हैं।
मंत्री रेखा आर्या ने स्पष्ट किया कि नई योजना उन महिलाओं को जीवन-निर्वाह की आर्थिक मदद, पोषण, भावनात्मक सहयोग और सामाजिक संरक्षण प्रदान करेगी, जिन्हें वर्तमान योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा। विभाग को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द योजना का ठोस प्रारूप तैयार कर कैबिनेट में प्रस्तुत करे, ताकि नियमानुसार प्रक्रिया आगे बढ़े और नए वर्ष में समग्र सशक्तीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके।
पर्वतीय क्षेत्रों में रह रही वृद्ध महिलाओं के लिए यह प्रस्तावित योजना बहुआयामी होगी—जिसमें स्वास्थ्य, देखभाल, आर्थिक सहायता और सामाजिक सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा। राज्य में पहले से चल रही महिला सशक्तीकरण योजनाओं ने महिलाओं को स्वरोजगार, नेतृत्व व आत्मनिर्भरता की नई राह दिखाई है, अब यही मिसाल असहाय वृद्ध महिला वर्ग के लिए भी दिखाई देगी।
असहाय वृद्ध महिलाओं को सहारा देने के उद्देश्य एक महत्वाकांक्षी योजना विचाराधीन है। इसमें पात्र महिलाओं को सरकार किस तरह से लाभान्वित कर सकती है, इसे लेकर मंथन चल रहा है। विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द से जल्द योजना का प्रारूप तैयार करे, ताकि इसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। – रेखा आर्या,महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री
2025 – उत्तराखंड महिला सशक्तीकरण योजनाएँ और नई पहल का सारांश
| योजना / पहल | मुख्य लाभ | लक्षित वर्ग | राज्य में मौजूदा स्थिति |
|---|---|---|---|
| महिला सारथी / स्वरोजगार | आर्थिक सहयोग, आत्मनिर्भरता | महिला, एकल महिला | लागू/सफल |
| बाल मुखी सहायता | स्वास्थ्य, शिक्षा | बाल, महिलाएँ | प्रभावशाली |
| आरक्षण (सेवाएँ/पंचायतें) | निर्णय में भागीदारी | महिला वर्ग | 30% व्यावसायिक, पंचायत |
| प्रस्तावित योजना | आर्थिक/सामाजिक संबल | असहाय वृद्ध महिलाएँ | जल्द लागू |
सरकार का उद्देश्य है कि राज्य की प्रत्येक महिला—चाहे वह युवा हो या वृद्ध, शहर हो या पहाड़—आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक स्तर पर पूरी तरह सशक्त और सम्मानित महसूस करे। मंत्री रेखा आर्या के नेतृत्व में, आगामी वर्ष में, उत्तराखंड की असहाय महिलाओं के लिए यह योजना बड़ा संबल और नई शुरुआत सिद्ध होगी।



