पिथौरागढ़।
पिथौरागढ़ के देवसिंह मैदान में सहकारी मेला-2025 का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया, जिसमें सहकारिता की भारत की प्राचीन परंपरा और सामूहिक विकास के कई आयामों को रेखांकित किया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया गया है, इसका मकसद है वैश्विक सहयोग व सतत विकास के लक्ष्यों को आगे बढ़ाना।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में ‘सहकार से समृद्धि’ के मंत्र को साकार करने के लिए उत्तराखंड ठोस कदम उठा रहा है। प्रदेश की सभी 671 बहुउद्देशीय समितियों का कंप्यूटरीकरण पूरा हो चुका है, साथ ही 24 समितियां जन औषधि केंद्र, 640 कामन सर्विस सेंटर के रूप में काम कर रही हैं। प्रदेश से 3838 समितियों का डेटा राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर अपलोड किया जा चुका है। पिछले दो साल में 800 नई पैक्स, 248 डेरी और 116 मत्स्य समितियां गठित होने से सहकारिता आधार और मजबूत हुआ है।
किसानों के लिए मिलेट मिशन के तहत इस बार मडुवा 48.86 रुपये प्रति किलो दर से खरीदा जा रहा है, जिससे स्थानीय कृषि उत्पादों को नया बाजार मिला है। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत किसानों और स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक ब्याजमुक्त ऋण और लघु/सीमांत किसानों को फसली ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश के सहकारी बैंकों में अब 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की जमापूंजी है, जो किसानों व ग्रामीण जनता का भरोसा दिखाती है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महिला उद्यमिता को सहकारिता समितियों ने नई दिशा दी है—अब तक 1.7 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बनकर आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम कर चुकी हैं। राज्य को हल्द्वानी, देहरादून व दिल्ली जैसी जगहों से हवाई सेवा से जोड़ दिया गया है, जिससे बाजार, रोजगार और सहकारी बिक्री के अवसर और बढ़ेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, विधायक विशन सिंह चुफाल, मेयर कल्पना देवलाल व जिलापंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद समेत हजारों लोग मौजूद रहे।
2025 – पिथौरागढ़ सहकारी मेले के प्रमुख आँकड़े
| क्षेत्र/कार्रवाई | संख्या/लाभ | प्रमुख उपलब्धि/योजना | किसके लिए |
|---|---|---|---|
| कंप्यूटरीकरण पूरी समितियाँ | 671 | डिजिटल सहकारिता | किसान/ग्रामीण |
| डेटाबेस में अपलोड समिति डेटा | 3838 | पारदर्शिता/सरल लेन-देन | सहकारी सदस्य |
| नई गठित पैक्स, डेरी, मत्स्य | 800, 248, 116 | नेटवर्क विस्तार | किसान/उद्यमी |
| जन औषधि और सर्विस सेंटर | 24 जन औषधि, 640 सर्विस सेंटर | सस्ती चिकित्सा/सरल सेवाएं | ग्रामीण नागरिक |
| ‘लखपति दीदी’ महिलाएँ | 1.7 लाख | महिला उद्यमिता/आत्मनिर्भरता | महिला समूह |
| फसली, ब्याजमुक्त ऋण | 5 लाख तक, कृषकों के लिए | वित्तीय सहयोग | किसान/SGG |
| सहकारी बैंकों की जमापूंजी | 6,000 करोड़ | आर्थिक मजबूती | पूरे प्रदेश |
सहकारी मेला-2025 के जरिए पिथौरागढ़ और पूरे उत्तराखंड में सहकारिता के डिजिटल, वित्तीय विकास और महिला स्वावलंबन के नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री का ‘सहकार से समृद्धि’ का संकल्प प्रदेश के किसानों, महिलाओं, सामाजिक समूहों के आर्थिक उत्थान और भविष्य के विकास को नई दिशा देने वाला है।



