रुद्रप्रयाग।
अगस्त्यमुनि स्थित राजकीय शिक्षक संघ भवन में हुए Mission Shikshan Samvad की 6वीं वार्षिक शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी में शिक्षा जगत के उत्कृष्ट प्रयासों को सराहा गया। इस अवसर पर जिलेभर से आए शिक्षकों, विद्यार्थियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मिशन की कार्यप्रणाली, उद्देश्य और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में अपने अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षाधिकारी एके चौधरी, राबाईका अगस्त्यमुनि की प्रधानाचार्या रागिनी नेगी व राष्ट्र शिक्षक संघ के महामंत्री दिनेश भट्ट ने संयुक्त रूप से किया। आरंभ में राप्रावि अगस्त्यमुनि के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने सरस्वती वंदना और स्थानीय लोकगीत जख देवी-देबतौं का थान की सुंदर प्रस्तुतियों से सभागार में उत्साह का माहौल बनाया।
मिशन के जिला संयोजक कमल बिष्ट ने कार्यक्रम की रूपरेखा और शैक्षिक जागरूकता अभियान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि “Mission Shikshan Samvad शिक्षा में गुणवत्ता सुधार और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्यरत है।” संस्थापक विमल कुमार की लगन और समर्पण भावना की उपस्थित जनों ने विशेष प्रशंसा की।
गोष्ठी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जवाहर नवोदय, राजीव गांधी नवोदय व एनएसएमएम के कुल 30 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र, मेडल, स्मृति चिह्न और एक हजार रुपये की छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त जिले के 27 अन्य छात्रों को बाल रत्न सम्मान तथा राप्रावि, राउप्रावि और रामावि के 13 शिक्षकों को “उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान” से नवाजा गया।
मंच पर माधव सिंह नेगी, हेमंत चौकियाल, कुसुम भट्ट, गोपाल सिंह नेगी व सरिता भट्ट समेत कई शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। समापन में आयोजकों ने अगले सत्र में मिशन के अधिक स्कूलों को जोड़ने और डिजिटल शिक्षण विधियों को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।



