श्रीनगर गढ़वाल।
श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर रावतस्यूं पट्टी के देहलचौरी स्थित मंजूघोषेश्वर महादेव कांडा मंजीन में इस वर्ष का दो दिवसीय मेला 22 और 23 अक्टूबर को आयोजित होगा। गढ़वाल का यह प्राचीन और पौराणिक मेला हर साल भैया दूज के मौके पर छोटा कांडा और उसके अगले दिन बड़ा कांडा मेला के रूप में मनाया जाता है। इस बार 22 अक्टूबर को छोटा कांडा और 23 अक्टूबर को बड़ा कांडा मेला आयोजित होगा।

मेला समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भट्ट के नेतृत्व में तैयारियां जोरों पर हैं। पुलिस प्रशासन भी इस आयोजन को लेकर आवश्यक व्यवस्थाएं करने में जुट गया है। श्रीनगर कोतवाल जयपाल सिंह नेगी ने रविवार को मेला स्थल का निरीक्षण किया और मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की रूपरेखा तय की।
अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद भट्ट ने श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग को सबसे बड़ी चुनौती बताया। कोतवाल जयपाल नेगी ने बताया कि मंदिर से पहले के स्थल पर लगभग 30 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जबकि अन्य वाहन सड़क किनारे चौड़ी जगहों पर पार्क करवाए जाएंगे। मंजाकोट मोड़ और देहलचौरी बाजार क्षेत्र में भी यातायात सुचारू रखने के लिए पार्किंग स्थल तय किए गए हैं।
दोनों दिन मेले में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा। गौरतलब है कि कोट विकासखंड के देहलचौरी ग्राम कांडा में आयोजित यह मेला पहले पशु बलि के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन सामाजिक संगठनों, प्रशासन और मंदिर समिति के प्रयासों से वर्ष 2003 से पशु बलि परंपरा को समाप्त कर दिया गया।
अब श्रद्धालु यहां भगवान मंजूघोष महादेव को निशान (ध्वज) चढ़ाकर मनौती मांगते हैं। यह परंपरा क्षेत्र में आस्था और सद्भाव की प्रतीक बन चुकी है। गढ़वाल, कुमाऊँ और अन्य क्षेत्रों के प्रवासी लोगों का इस मेले से गहरा जुड़ाव है। मंजीन कांडा सेवा समिति के अध्यक्ष द्वारिका भट्ट ने कहा कि तैयारियां पूरी रफ़्तार पर हैं और सभी भक्तों से अपील की कि वे भगवान मंजूघोष के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करें।



