कंडीसौड़, थौलधार।
थौलधार विकासखंड क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक लिंक मोटर मार्ग लगातार उपेक्षा का शिकार हैं। सड़कों के दोनों ओर उगी घनी झाड़ियों के कारण ये रास्ते अब संकरी गलियों में तब्दील हो चुके हैं। हालात यह हैं कि कई स्थानों पर तो एक हल्का वाहन भी सड़क से गुजरने में परेशान हो रहा है। भारी बारिश के बाद झाड़ियों की वृद्धि और भी तेज हो गई है, जिससे ये और सख्त और बड़ी हो चुकी हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही इस समस्या को और गंभीर बना रही है। कई मार्ग, जैसे छाम-मैंडखाल, मैंडखाल-बंगियाल, मैंडखाल-विकोल, कमांद-थौलधार आदि जगहों पर झाड़ियों ने सड़क का अधिकांश हिस्सा घेर लिया है। इससे न सिर्फ वाहन चालक परेशान हैं, बल्कि हादसे की संभावनाएँ भी बढ़ गई हैं। दो पहिया वाहन चालकों के लिए तो यह स्थिति बेहद जोखिमपूर्ण हो चुकी है, क्योंकि झाड़ियों की वजह से आमने-सामने से आ रहे वाहन दिखते ही नहीं हैं और टकराव का खतरा बना रहता है।
पीडब्ल्यूडी (लोनिवि) और पीएमजीएसवाई के अधीन इन लिंक मार्गों की सफाई व देखरेख में घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। सड़क किनारे नालियों की सफाई भी ना के बराबर है, जिससे बारिश के समय पानी सड़क पर बह जाता है और रास्ता और संकरा हो जाता है।
छाम मैडखाल मोटर मार्ग पर झाड़ियों की घनी कतार साफ नजर आती है और कई स्थानों पर तो ये झाड़ियां सड़क के लिहाज से खतरनाक हो चुकी हैं। ग्रामीणों की शिकायत है कि झाड़ियों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ गया है, लेकिन अधिकारी समय रहते ध्यान नहीं दे रहे।
अवर अभियंता रोहित पंवार ने बताया कि झाड़ियों के कटान का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है, लेकिन स्थानीय लोग चाहते हैं कि जब तक स्वीकृति और कार्यवाही नहीं होती, त्वरित अस्थायी समाधान किए जाएं ताकि आवागमन निर्बाध रह सके। स्थानीय निवासियों ने विभागीय अधिकारियों से समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है, जिससे सड़कों की चौड़ाई बहाल हो और दुर्घटनाओं का जोखिम कम हो।



