ऊधम सिंह नगर।
देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को सहेजना सरकार की प्राथमिकता है, और इसे भंग करने वाले तत्वों के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को एक दृढ़ संदेश दिया। खटीमा से लेकर काशीपुर और टनकपुर के कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री धामी ने राज्यवासियों को भरोसा दिलाया कि सरकार राज्य की शांति और विकास में बाधा डालने वाले किसी भी ‘अर्बन नक्सल’ या टूलकिट गिरोह Toolkit Giroh को अपने मंसूबे कामयाब नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से कुछ वेबसाइट्स और समूह हमारी सांस्कृतिक नीतियों और पर्यटन योजनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। “हमारे प्रचार प्रसार का सालाना बजट दो सौ करोड़ रुपये है, लेकिन जो काम जनता, पर्यटन और चारधाम यात्रा के हित में होता है, उसी को लेकर दुष्प्रचार करने वाले लोग सक्रिय हैं,” मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यालय के लोकार्पण पर कहा। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार का बजट पूरी तरह धार्मिक, पर्यटन और सांस्कृतिक आयोजन की सकारात्मक दिशा में लगाया जाता है, और भ्रमित करने की कोशिशों को विफल किया जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने काशीपुर में खुलकर कहा, “कुछ ताकतें उत्तराखंड के शांतिपूर्ण माहौल और विकास की गति को बाधित करना चाहती हैं, लेकिन सरकार उनके इरादों को पूरा नहीं होने देगी।” उन्होंने युवाओं, महिलाओं और समाज के हर वर्ग का आह्वान किया कि भ्रामक प्रचार से सावधान रहें और विकास की यात्रा में सहभागी बनें। भाजपा की सोच का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “यह महज़ राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि इसे सेवा, विचारधारा और पारदर्शिता की परंपरा आगे बढ़ाती है।”
सीएम के अनुसार, उनके कार्यकाल में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया, नकल माफिया के विरुद्ध कठोर कानून, और भूमि व धार्मिक मामलों में सख्त कार्रवाई हुई है। “ऑपरेशन कालनेमी” के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों पर कार्रवाई की गई, नौ हजार एकड़ भूमि मुक्त कराई गई और दो सालों में सौ से ज्यादा लोगों को जेल भेजा गया। उन्होंने कहा कि “थूक जिहाद”, “लव जिहाद” जैसी कट्टर सोच को उत्तराखंड में जगह नहीं मिल सकती।

टनकपुर के “सशक्त वहिना उत्सव” में मुख्यमंत्री ने राज्य में महिलाओं के योगदान की सराहना की और बताया कि विकसित उत्तराखंड का सपना तभी पूरा होगा जब हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा, “सरकार हर वर्ग के लिए न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।” मुख्यमंत्री के अनुसार, उत्तराखंड का विकास साझा प्रयासों और पारदर्शी व्यवस्था के दम पर आगे बढ़ेगा, इसलिए हर नागरिक साझी जिम्मेदारी निभाए।
सरकार की इन कोशिशों के साथ मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि राज्य की नीतियाँ सकारात्मकता, विकास और सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए हैं — और इन्हें चुनौती देने वाली किसी भी ताकत का साथ जनता और प्रशासन कभी नहीं देगा।



