देहरादून।
उत्तराखंड सब एरिया मुख्यालय के तत्वावधान में शनिवार को गढ़ी कैंट के जसवंत सिंह ग्राउंड में “देवभूमि मेगा पूर्व सैनिक रैली” का भव्य आयोजन हुआ। रैली में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर से 5,000 से अधिक पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया।
पूर्व सैनिक: राष्ट्रीय संपत्ति
राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों को “राष्ट्रीय संपत्ति” बताते हुए उनके योगदान को सलाम किया। उन्होंने धराली आपदा में मृतकों और शहीद 14 राजपुताना राइफल्स के जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने कठिन परिस्थितियों में साहस और संकल्प दिखाया है। सेना और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य हुई।
आपदा प्रबंधन में सशक्त उत्तराखंड
राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में उत्तराखंड आपदा प्रबंधन में सक्षम और सशक्त राज्य बनेगा। उन्होंने सैनिकों, नौसैनिकों और वायु सैनिकों की देशभक्ति को नमन किया। रैली में “वॉर वूंडेड फाउंडेशन” के प्रयासों की सराहना करते हुए 14 विकलांग पूर्व सैनिकों को मोटराइज्ड स्कूटर दिए गए और 20 वीर नारियों को सम्मानित किया गया। “वेटरन्स अचीवर्स अवार्ड” विजेताओं को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया गया।
CDS का संदेश
CDS जनरल अनिल चौहान ने उत्तराखंड को “वीरों की भूमि” बताते हुए कहा कि यह हर युद्ध में देश का गौरव बढ़ाता है। उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण और संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने देहरादून मिलिट्री स्टेशन में तकनीक-आधारित “इंटीग्रेटेड वेटरन्स वेलनेस एंड सेवा केंद्र” की घोषणा की, जो पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए समर्पित होगा।
जॉब फेयर और चिकित्सा शिविर
रैली में 21 कंपनियों द्वारा जॉब फेयर, बैंकिंग सेवाएं, सरकारी योजनाओं के स्टॉल और निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाए गए। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, ले. जनरल डी.जी. मिश्रा, मेजर जनरल एम.पी.एस. गिल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रैली के अंत में राज्यपाल और CDS ने पूर्व सैनिकों और वीर नारियों से मुलाकात कर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से समर्थन का भरोसा दिया।