श्रीनगर।
अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर श्रीनगर के आवास विकास मैदान में जनपद स्तरीय सहकारिता मेले का शुभारंभ मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। मेले में स्थानीय उत्पादों, स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।
सहकारिता: सामाजिक एकता और विकास
खंडूरी ने कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और ग्रामीण समृद्धि की रीढ़ है। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की प्रगति को समाज की उन्नति का प्रतीक बताया, जो आत्मनिर्भरता को प्रेरित करती है। कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार सहकारिता को रोजगार और उद्यमिता का आंदोलन बना रही है। वर्तमान में 30 लाख लोग इससे जुड़े हैं, और लक्ष्य 50 लाख तक पहुंचने का है। उन्होंने ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई।
महिलाओं और किसानों को प्रोत्साहन
विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ने पशुपालन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले धारी देवी, सुखरो देवी और निर्मल समूहों को 5-5 लाख रुपये के चेक प्रदान किए। अनूप सिंह, अर्जुन सिंह, मानवेंद्र सिंह, जयपाल सिंह, प्रेमलाल, राजेंद्र सिंह और सुशिला देवी को पशुपालन व मुर्गीपालन के लिए 1.50-1.60 लाख रुपये की सहायता दी गई।
स्थानीय उत्पादों को बाजार
नोडल अधिकारी अपर निबंधक सहकारिता आनंद शुक्ल ने बताया कि मेले से जैविक उत्पादों, हस्तशिल्प, दुग्ध और कृषि उत्पादों को स्थायी बाजार मिल रहा है, जो रोजगार सृजन और आय वृद्धि में योगदान दे रहे हैं। मेले में कृषि, उद्यान, मत्स्य, डेयरी, पशुपालन, उरेडा, उद्योग, पर्यटन, समाज कल्याण, स्वास्थ्य और सहकारिता विभागों के स्टॉल लगे, जिनका जनता ने उत्साह से अवलोकन किया।
उत्तराखंड में सहकारिता विभाग ने 2024-25 में 2,500+ स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान की, जिससे 15,000+ महिलाओं को रोजगार मिला। मेले जैसे आयोजन स्थानीय उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे ONDC से जोड़ रहे हैं। यह मेला 7 से 15 अक्टूबर तक चलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, निवर्तमान यूसीएफ अध्यक्ष मातबर सिंह रावत, पूर्व डीसीबी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत, इफको निदेशक उमेश त्रिपाठी, संपत सिंह रावत, महावीर प्रसाद कुकरेती, मनोज पटवाल, जिला सहायक निबंधक पान सिंह राणा और भारी संख्या में जनता मौजूद रही।