लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प किया जा रहा है। इन केंद्रों को अब स्मार्ट और आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और पोषण मिल सके।
सरकार ने बीते कुछ वर्षों में आंगनबाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है। किराए के भवनों में चल रहे अधिकांश केंद्रों को अब अपने स्वयं के भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है। मनरेगा योजना के तहत प्रदेश में बड़े पैमाने पर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में हजारों की संख्या में नए आंगनबाड़ी केंद्र बनाए गए हैं और अभी भी कई केंद्रों का निर्माण कार्य जारी है।
इन केंद्रों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इनमें स्मार्ट टीवी, खेलने के सामान, शिक्षण सामग्री के साथ-साथ स्वच्छ पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं भी शामिल हैं। केंद्रों को एलपीजी गैस कनेक्शन और बिजली से भी जोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य है कि प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्र आधुनिक सुविधाओं से लैस हों। सरकार ने 15 अगस्त 2025 तक प्रदेश के सभी 75 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को कायाकल्प करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार ने कई मानक तय किए हैं, जिनके आधार पर केंद्रों का मूल्यांकन किया जाएगा।