श्रीनगर गढ़वाल:
नशे की लत को जड़ से खत्म करने की मुहिम ने श्रीनगर गढ़वाल में नई रफ्तार पकड़ी है। गढ़वाल मंडलीय नशा उन्मूलन नोडल अधिकारी अखिलेश चंद्र चमोला ने राजकीय नंदन नगर पालिका जूनियर हाईस्कूल में एक खास कार्यशाला का आयोजन किया। इस मौके पर नशे के खिलाफ जागरूकता का संदेश बच्चों तक पहुंचाया गया। अपने संबोधन में नोडल अधिकारी चमोला ने जोश भरे अंदाज में कहा कि जीवन में सकारात्मक सोच ही हमें आगे ले जाती है। उन्होंने बच्चों को समझाया कि सकारात्मक विचार तभी पनपते हैं, जब हमारा दिमाग स्वस्थ हो। दिमाग को हमारी सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए उन्होंने जोर दिया कि इसे नशीले पदार्थों से दूर रखना हमारी जिम्मेदारी है। चमोला ने कहा कि असली धन हमारा अच्छा स्वास्थ्य है और नशीली दवाओं से हमें हमेशा परहेज करना चाहिए।

उन्होंने बच्चों को नशे के खिलाफ एकजुट होने का मंत्र दिया- “रोकनी होगी नशे की आदत, सबको आगे है आना, नशा है एक बुरी लत, हमें नशामुक्त खुशहाल उत्तराखंड है बनाना।” चमोला ने यह भी कहा कि अगर कोई गलती से नशे की राह पर भटक गया है, तो उसे तुरंत संकल्प लेना चाहिए कि वह नशा छोड़कर अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जिएगा। कार्यशाला में चमोला ने बच्चों से सीधा संवाद किया और होली के त्योहार पर भी बात की। बच्चों ने सकारात्मक ढंग से चर्चा में हिस्सा लिया, जिससे खुश होकर चमोला ने स्कूल के 10 बच्चों को सम्मानित किया। भयमुक्त माहौल में हुई इस बातचीत से बच्चे खूब उत्साहित नजर आए।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका किरण नैथानी ने इस पहल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यशालाएं समय-समय पर होती रहनी चाहिए, क्योंकि ये बच्चों में नया जोश भरती हैं। चमोला की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए प्रेरक कहानियां सुनाना एक शानदार कदम है। यह नशे के खिलाफ मुहिम को और मजबूत करता है। इसके लिए चमोला बधाई के हकदार हैं।
इस मौके पर शिक्षक नवीन नेगी और रेखा रावत ने भी अपने विचार रखे। कार्यशाला के अंत में चमोला ने पूरे स्कूल परिवार को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। यह दिन श्रीनगर के बच्चों के लिए नशामुक्ति की नई शुरुआत लेकर आया, जो आने वाले कल को स्वस्थ और खुशहाल बनाने का वादा करता है।