चमोली।
चमोली जिले में निकाय चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए जिला को 10 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है। सभी जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। शुक्रवार को मास्टर ट्रेनर ने इन सभी मजिस्ट्रेटों को निर्वाचन कार्यों और उनके दायित्वों का प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों, नियमों और प्रपत्रों की जानकारी दी गई। मजिस्ट्रेटों से आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने की अपेक्षा की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आनंद सिंह ने सभी नियुक्त मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि वे मतदान से पहले अपने-अपने क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें। इस निरीक्षण में मतदान केन्द्रों पर बिजली, पानी, शौचालय, रैम्प, फर्नीचर, मतदाता सूची, संचार जैसी बुनियादी सुविधाओं की पुष्टि करें। उन्होंने संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर नजर रखने की भी सलाह दी। मतदेय स्थलों पर मोबाइल नेटवर्क, पहुंच मार्गों और सुगम रास्तों का निरीक्षण अनिवार्य किया गया। पोलिंग बूथों का रूट चार्ट तैयार कर पोलिंग पार्टियों का मूवमेंट सुनिश्चित करने को कहा गया। इस दौरान मजिस्ट्रेटों को मतदान सामग्री प्राप्त करने, मतदान के दिन और मतदान समाप्ति के बाद के कार्यों का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
निकाय चुनाव के लिए मतदान सामग्री का वितरण और पोलिंग पार्टियों की रवानगी स्पोर्ट्स स्टेडियम गोपेश्वर से होगी। मतदान समाप्ति के बाद सभी पोलिंग पार्टियों को राबाइका गोपेश्वर में बनाए गए स्ट्रांग रूम में मतदान सामग्री जमा करनी होगी। जनपद में 10 निकाय क्षेत्रों के 64 वार्डों में कुल 80 मतदेय स्थल हैं। चमोली जिले की सभी निकायों में 25997 महिला, 27894 पुरुष और 03 अन्य मतदाता मिलाकर कुल 53894 मतदाता पंजीकृत हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आनंद सिंह, प्रवक्ता एपी डिमरी और मनोज तिवारी ने सभी मजिस्ट्रेटों को उनके दायित्वों के बारे में विस्तार से बताया और उनकी शंकाओं का भी समाधान किया।