देहरादून।
उत्तराखंड सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) ने आज उत्तराखंड यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) पोर्टल के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। यह अभ्यास पोर्टल के आधिकारिक लॉन्च से पहले उसकी संचालन क्षमता को परखने के लिए किया गया था।
अभ्यास के दौरान, 3,500 से अधिक नागरिकों (डमी प्रविष्टियों) ने पोर्टल पर पंजीकरण किया और लगभग 200 डमी आवेदनों पर उप-पंजीयकों और पंजीयकों ने कार्रवाई की। इसके साथ ही, 7,728 अधिकारी आईडी सफलतापूर्वक बनाई गईं।
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यूसीसी पोर्टल के लॉन्च से पहले तकनीकी और संचालन संबंधी चुनौतियों की पहचान करना था। अभ्यास में नागरिक मॉड्यूल, विशेष रूप से आधार-सक्षम पंजीकरण प्रक्रिया में कुछ मामूली तकनीकी समस्याएं देखी गईं। इसके अलावा, पंजीयक और उप-पंजीयक उपयोगकर्ता खातों के बीच मैपिंग में कुछ त्रुटियां भी मिलीं। आईटीडीए ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उनके समाधान की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें संभावित समाधानों को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मॉक ड्रिल ने पोर्टल के वर्कफ्लो को सुधारने में भी सहायता की, जिससे पंजीकरण से लेकर अंतिम स्वीकृतियों तक की सभी प्रक्रियाएं और अधिक कार्यकुशल हो सकें। इस प्रक्रिया से प्राप्त फीडबैक के आधार पर आईटीडीए प्रत्येक चरण को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उपयोगकर्ता अनुभव और सेवा वितरण में सुधार होगा।
उत्तराखंड यूसीसी पोर्टल नागरिकों के लिए सेवाओं की पहुंच को सुगम बनाने के लिए तैयार है। आईटीडीए ने घोषणा की है कि सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन 24 जनवरी को किया जाएगा।
आईटीडीए की प्रतिबद्धताआईटीडीए ने आश्वासन दिया है कि वे न केवल तकनीकी समस्याओं को हल करेंगे, बल्कि पोर्टल की सफलता के लिए आवश्यक सभी उपायों को लागू करेंगे, जिससे नागरिकों को सुविधाजनक और सुचारू सेवाएं मिल सकें।