श्रीनगर।
उत्तराखण्ड शासन ने डॉ. आशुतोष सयाना को राजकीय मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर का नियमित प्राचार्य नियुक्त कर दिया है। इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।
अनुभवी नेतृत्व का आगमन (Arrival of Experienced Leadership)
डॉ. सयाना इससे पहले प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में निदेशक (2015 से अब तक) और दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून में प्राचार्य (2019 से 2024) के पद पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। वह जनरल सर्जरी, ट्रॉमा केयर और मिनिमल एक्सेस सर्जरी के विशेषज्ञ माने जाते हैं। चिकित्सा शिक्षा और व्यावसायिक विकास को सशक्त बनाने में उनका अहम योगदान रहा है।
डॉ. सयाना को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज का नियमित प्राचार्य बनाए जाने से संस्थान को एक अनुभवी और दूरदर्शी नेतृत्व मिला है। उनके नेतृत्व में कॉलेज में शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य और अधिक सुचारू रूप से संचालित होंगे। पूर्व प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के बाद डॉ. सयाना ही अतिरिक्त प्रभार के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे, किंतु अब शासन ने उन्हें नियमित जिम्मेदारी सौंप दी है।
शैक्षणिक और पेशेवर सफर (Academic and Professional Journey)
डॉ. सयाना ने वर्ष 1994 में एमबीबीएस जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर से पूरा किया। वर्ष 1999 में उन्होंने केजीएमसी, लखनऊ से एमएस (जनरल सर्जरी) की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी में सहायक प्रोफेसर, सह-प्रोफेसर और प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं।
एच.एन.बी. उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, देहरादून में उन्होंने रजिस्ट्रार और परीक्षा नियंत्रक के रूप में कार्य किया। दिल्ली के कई प्रमुख अस्पतालों में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों में उनके शोध पत्र और प्रकाशन हो चुके हैं। साथ ही विभिन्न परिषदों में अलग-अलग पदों पर रहते हुए उन्होंने चिकित्सा शिक्षा को मजबूती प्रदान की है।
वर्ष | उपलब्धि/पद | संस्थान |
---|---|---|
1994 | एमबीबीएस | जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर |
1999 | एमएस (जनरल सर्जरी) | केजीएमसी, लखनऊ |
भविष्य की योजनाएं (Future Plans)
डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा, “श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी देने के लिए मैं मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री और शासन का आभारी हूं। गढ़वाल क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी मिलने पर यहां की जनता को बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। मेरा संकल्प है कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को देश के श्रेष्ठ मेडिकल कॉलेजों में शामिल किया जाए।”