उत्तराखंड

पौड़ी गढ़वाल तहसील दिवस पर सीएम धामी ने दिए जन शिकायतों के त्वरित समाधान के निर्देश | CM Dhami’s Directives for Swift Public Grievance Resolution

पौड़ी गढ़वाल तहसील दिवस पर सीएम धामी ने दिए जन शिकायतों के त्वरित समाधान के निर्देश | CM Dhami’s Directives for Swift Public Grievance Resolution

पौड़ी गढ़वाल।

पौड़ी गढ़वाल में तहसील दिवस का सफल आयोजन Successful Tehsil Diwas Event in Pauri Garhwal District

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पौड़ी गढ़वाल जिले की सभी तहसीलों में आज तहसील दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से पौड़ी और श्रीनगर तहसीलों सहित अन्य जगहों के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

उन्होंने प्रदेशभर के अधिकारियों को जनता की शिकायतों का त्वरित और प्राथमिकता आधारित समाधान करने के सख्त निर्देश दिए। तहसील दिवस को जनता और प्रशासन के बीच एक मजबूत पुल के रूप में वर्णित करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य हर नागरिक को समय पर न्याय और सुविधा प्रदान करना है, ताकि कोई भी व्यक्ति उच्च अधिकारियों के चक्कर न काटे।

मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण निर्देश Chief Minister Dhami’s Key Directives on Public Issues

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं को सुनना और हल करना प्रशासन का प्राथमिक कर्तव्य है। उन्होंने अधिकारियों को तहसील स्तर पर ही अधिकांश मुद्दों का निपटारा करने का आदेश दिया, जिससे आम लोगों को अनावश्यक परेशानी न हो। इस आयोजन ने न केवल शिकायतों के समाधान का मंच प्रदान किया, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने में भी मदद की।

निर्देशलक्ष्य
शिकायतों का त्वरित निस्तारणप्राथमिकता और समयबद्धता
तहसील स्तर पर समाधानमुख्यालय चक्करों से बचाव
जनता-प्रशासन संवादविश्वास निर्माण

तहसील पौड़ी में जिलाधिकारी की सक्रियता District Magistrate Swati Bhadoriya’s Proactive Role in Pauri Tehsil

तहसील पौड़ी में जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने व्यक्तिगत रूप से लोगों की समस्याओं को सुना और कई मामलों में तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने बाकी शिकायतों के लिए संबंधित विभागों को तुरंत समाधान के आदेश जारी किए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि तहसील दिवस का मूल उद्देश्य प्रशासन और जनता के बीच प्रत्यक्ष संपर्क स्थापित करना है, जिससे मुद्दों का स्थानीय स्तर पर ही हल हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कार्यालय की चारदीवारी से बाहर निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करें और समस्याओं की जड़ को समझें।

तहसील दिवस को विश्वास का सेतु बताते हुए, उन्होंने शिकायतों के निपटारे की जानकारी शिकायतकर्ताओं तक पहुँचाने पर भी बल दिया। इसके अलावा, बीडीसी बैठकों में सभी विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

ग्रामीणों की शिकायतें और कार्रवाई Rural Grievances Addressed During Tehsil Diwas

सभी तहसीलों में पुरुष, महिलाएँ और बुजुर्ग बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं और आवेदनों लेकर पहुँचे। प्रमुख शिकायतों में सड़क पर पेंटिंग, भू-धंसाव, जंगली जानवरों से राहत, पुश्ता मरम्मत आदि शामिल रहीं। अधिकारियों ने इन सभी को गंभीरता से सुना और समाधान के ठोस कदम उठाए। तहसील दिवस के अंत में सभी उपस्थितजनों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई, जो सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा देने वाला कदम साबित हुआ।

शिकायत का प्रकारउदाहरणकार्रवाई
सड़क सुधारपेंटिंगतत्काल निर्देश
भू-धंसावभूमि स्थिरताविभागीय जाँच
जंगली जानवरनिजात की माँगसुरक्षा उपाय
पुश्ता मरम्मतसंरचना मरम्मतप्राथमिकता आधारित

उपस्थित अधिकारी और जनप्रतिनिधि Officials and Representatives Present at Tehsil Diwas

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, खंड विकास अधिकारी सौरभ हांडा सहित सभी तहसीलों के अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इनकी सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को और प्रभावी बनाया।

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