NPSS training workshop organized, farmers got information about new technology
पौड़ी:
अपर कृषि निदेशक सभागार में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र देहरादून द्वारा एनपीएसएस (राष्ट्रीय नाशीजीव कीट निगरानी प्रणाली) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में काश्तकारों और अधिकारियों को एनपीएसएस ऐप के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया।

गुरुवार को संपन्न हुई इस कार्यशाला में बताया गया कि राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की एक अभूतपूर्व पहल है, जिसका उद्देश्य भारत में कीट निगरानी और प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। एनपीएसएस ऐप की मदद से किसान अब खेत में ही तुरंत कीट रोग की पहचान कर सकते हैं, जिससे कृषि विशेषज्ञों द्वारा प्रबंधन और रोग नियंत्रण की सलाह दी जा रही है।

इस ऐप का उपयोग केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि भारत सरकार और राज्य सरकार के कृषि विस्तार अधिकारियों, कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों, आईसीएमआर और कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा भी किया जा सकता है। यह ऐप 51 फसलों के महत्वपूर्ण कीटों और बीमारियों की पहचान के लिए सक्षम है।
कार्यशाला के दौरान कृषकों के मोबाइल फोन में एनपीएसएस ऐप को डाउनलोड कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही, कृषकों को फसलों के रोग और कीटों के प्रति जागरूक किया गया।
इस अवसर पर भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहायक वनस्पतिक संरक्षण अधिकारी नितिन कुमार, वनस्पतिक संरक्षण अधिकारी सतेन्द्र शर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी पौड़ी डॉ. विकेश कुमार यादव, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पौड़ी अरविन्द भटट, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पाबाैं राम नरेश और उप परियोजना निदेशक आतमा रवि सहित जिले के सहायक कृषि अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस कार्यशाला का उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों से अवगत कराना और उनकी कृषि उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है, जिससे वे बेहतर फसल उत्पादन कर सकें।