मायावती ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि पार्टी संगठन की मजबूती और सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए मंडल और जिलावार समीक्षा में उल्लेखित कमियों दूर करने के निर्देश दिए। दलित समाज को जगाने की जरूरत।
इस दौरान मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्व में कांग्रेस की सरकार की तरह वर्तमान में भाजपा गरीब, विरोधी व उनकी धन्नासेठ समर्थक नीतियों एवं कार्यकलापों के विरुद्ध लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस पर लोगों का ध्यान बांटने के लिए ही यह पार्टी भी किस्म-किस्म के नये जातिवादी, सांप्रदायिक व संक्रीर्ण हथकंडों का इस्तेमाल करती हैं और चुनाव में इसका लाभ भी ले सकती है।
इसके अलावा विशेषकर चुनाव के समय में जनहित, व जनकल्याण के हिए अनेकों प्रकार के लुभावने वादे को सरकार बन जाने पर ईमानदारी से निभाने के बजाए उन्हें पूरी तरह से भुला देते हैं। इसी प्रकार की अन्य नकारात्मक व घिनौनी राजनीति से आम जनहित व देश का कुछ भी अपेक्षित भला नहीं होता।