रुद्रप्रयाग।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में बरसाती मौसम के असर के कम होने और केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि के साथ केदारनाथ यात्रा द्वितीय चरण (Kedarnath Yatra Second Phase) का शुभारंभ हो गया है।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे (SP Akshay Prahlad Konde) ने गौरीकुंड से पैदल मार्ग से धाम तक पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रा पड़ावों पर सुविधाओं की जांच की और पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह निरीक्षण यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।
यात्रा द्वितीय चरण का आगाज | Start of Second Phase of Yatra
पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा (Kedarnath Dham Yatra) का द्वितीय चरण शुरू हो चुका है। अब लगभग 35 से 40 दिनों की यात्रा शेष बची है। उन्होंने पैदल चलकर यात्रा मार्ग की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वर्तमान में पैदल मार्ग की स्थिति पूरी तरह सुरक्षित है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री धाम पहुंच रहे हैं। जनपद पुलिस यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। अधीनस्थ पुलिस बल को ड्यूटी पॉइंट्स पर ही ब्रीफिंग कर दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस बल की तैनाती और तैयारियां | Police Deployment and Preparations
केदारनाथ धाम यात्रा के द्वितीय चरण को सुरक्षित पूरा करने के लिए जनपद में सभी संवर्गों के पुलिस बल की तैनाती की गई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई है। अतिरिक्त बल के आगमन पर उन्हें विभिन्न पॉइंट्स पर तैनात किया जाएगा।
बरसात के बाद यात्रा रूट पर कुछ स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त हैं, विशेषकर जवाड़ी बाईपास, अगस्त्यमुनि, बांसवाड़ा, काकड़ागाड़ और रामपुर क्षेत्र में। संबंधित कार्यदाई संस्थाओं से मार्ग सुधार के प्रयास जारी हैं। इन स्थानों पर वन-वे व्यवस्था (one-way system) लागू की जाएगी, और रुद्रप्रयाग मुख्य कस्बे से भी यातायात संचालित होगा। सड़कों को अतिक्रमण मुक्त रखने और अनावश्यक वाहनों को हटाने की कार्रवाई हो रही है।
क्षेत्र/समस्या | कार्रवाई |
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जवाड़ी बाईपास, अगस्त्यमुनि आदि | मार्ग सुधार प्रयास |
यात्रा पॉइंट्स | वन-वे व्यवस्था और यातायात नियंत्रण |
अतिक्रमण | सड़कों को मुक्त रखना |
निरीक्षण में उपस्थित अधिकारी | Officials Present During Inspection
भ्रमण के दौरान केदारनाथ निरीक्षक यात्रा राजीव चौहान (Rajiv Chauhan), निरीक्षक प्रदीप नेगी (Pradeep Negi), उप निरीक्षक सुरेश कुमार (Suresh Kumar) सहित अधीनस्थ पुलिस बल मौजूद रहे। चौकी लिंचोली पर चौकी प्रभारी मुकेश डिमरी (Mukesh Dimri), भीमबली और जंगलचट्टी में अपर उपनिरीक्षक महेंद्र नेगी (Mahendra Negi), चौकी गौरीकुंड में चौकी प्रभारी सूरज कंडारी (Suraj Kandari), और कोतवाली सोनप्रयाग में प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र कठैत (Rakendra Kathait) सहित अधीनस्थ बल उपस्थित रहे।
पुलिस का ध्येय वाक्य और चुनौतियां | Police Motto and Challenges
यात्रा के विभिन्न पड़ावों—सोनप्रयाग, गौरीकुंड, जंगलचट्टी, भीमबली, लिंचोली और केदारनाथ—में तैनात पुलिस बल को उत्तराखंड पुलिस के ध्येय वाक्य (Uttarakhand Police Motto) “मित्रता सेवा सुरक्षा” (Friendship Service Security) के अनुरूप कर्तव्य निभाने के निर्देश दिए गए। एसपी कोंडे ने कहा कि द्वितीय चरण मौसम की चुनौतियों के बीच अधिक कठिन होता है।
सर्दी बढ़ने पर यात्रियों और जवानों को गर्म रखने के लिए अतिरिक्त कैलोरी वाली खाद्य सामग्री, गर्म कपड़े, जैकेट्स, दस्ताने और बरसाती उपलब्ध कराई गई हैं। ब्रीफिंग में जवानों को कर्तव्य के साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा गया।
यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित | Ensuring Yatra Safetyएसपी अक्षय प्रहलाद कोंडे
(SP Akshay Prahlad Konde) का यह पैदल निरीक्षण केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के द्वितीय चरण को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण है। पुलिस की तैनाती और व्यवस्थाएं यात्रियों की सुगमता सुनिश्चित करेंगी।