उत्तराखंड

शिक्षा विभाग को मिले 25 उप शिक्षा अधिकारी, पर्वतीय क्षेत्रों में दी प्रथम तैनाती

शिक्षा मंत्री बोले- व्यवस्था होगी मजबूत, प्रशासनिक कामों में आएगी तेजी

देहरादून :  उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा विभाग में नई ताकत जुड़ गई है। राज्य लोक सेवा आयोग से चुने गए 25 नए उप शिक्षा अधिकारियों को प्रदेश के दूरदराज के विकासखंडों में पहली तैनाती मिल गई है। इनके आने से न सिर्फ शिक्षा के कामों में रफ्तार आएगी, बल्कि प्रशासनिक ढांचे में भी नया जोश देखने को मिलेगा।

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शिक्षा को मजबूत करने की कवायद
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि सरकार स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए दिन-रात जुटी है। इसके साथ ही प्रशासनिक सुधारों पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में शैक्षणिक, प्रशासनिक और शिक्षणेत्तर संवर्गों के खाली पदों को भरने का सिलसिला चल रहा है। राज्य लोक सेवा आयोग से चुने गए 25 उप शिक्षा अधिकारियों ने प्रशिक्षण पूरा किया और अब इन्हें प्रदेश के सुदूर इलाकों में तैनात कर दिया गया है।
कहां-कहां हुई तैनाती?
अल्मोड़ा जिले में सुश्री दीक्षा बेलवाल को धौलादेवी, प्रशांत कुमार को भैसियाछाना, प्रज्ञानंद पलिहा को स्याल्दे, राजा रजनीश कर्ण को ताकुला और सुश्री अंजली चंद को लमगड़ा में कमान सौंपी गई है। रुद्रप्रयाग में सुश्री तनुजा देवराड़ी जखोली और अजीत सिंह कर्णवाल ऊखीमठ में तैनात होंगे। नैनीताल के धारी में शुभम वर्मा और बेतालघाट में राशि बुधलाकोटी जिम्मेदारी संभालेंगे। चमोली जिले में भूपेंद्र ढौंडियाल थराली, नेहा पोखरी और योगेंद्र प्रसाद देवाल में तैनात किए गए हैं। बागेश्वर में संजय कुमार भट्ट कपकोट और हिमांशु बिष्ट गरूड़ को मिले हैं। पिथौरागढ़ में संस्कार त्रिपाठी कनालीछीना, राजेश कुमार अटवाल धारचूला और नीरज अधिकारी गंगोलीहाट में भेजे गए हैं। उत्तरकाशी के मोरी में सौरभ पांडेय, पौड़ी में सुश्री भारती गैरोला कोट, मनोज कुमार जोशी पोखड़ा, रवि कुमार नैनीडांडा और सुश्री किरन नेगी रिखणीखाल में तैनात होंगे। टिहरी के भिलंगना में सुनील सिंह कार्की, चम्पावत के बाराकोट में कमल भट्ट और देहरादून के चकराता में शिवानी कौशल को जिम्मेदारी दी गई है।
दूरस्थ क्षेत्रों को मिलेगा फायदा
शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि इन नए अधिकारियों की तैनाती से पहाड़ के दूरस्थ इलाकों में शिक्षा व्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी। साथ ही विभागीय कामकाज में तेजी आएगी। उन्होंने सभी नए अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि ये अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएंगे।
पहाड़ की शिक्षा में नया अध्याय
इन 25 युवा अधिकारियों के मैदान में उतरने से उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था में एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद जगी है। खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में जहां संसाधनों की कमी रहती है, वहां इनके आने से हालात बदल सकते हैं।

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