देहरादून ।
उत्तराखंड के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। देहरादून से दिल्ली यात्रा (Dehradun to Delhi) अब और सुगम होने वाली है। देहरादून-सहारनपुर रेल लाइन (Dehradun to Saharanpur Train) परियोजना के तहत नई रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस परियोजना से दिल्ली जाने का समय लगभग दो घंटे कम हो जाएगा, जिससे यात्रियों को समय और सुविधा दोनों में लाभ होगा।
नई रेल लाइन की शुरुआत
- देहरादून-सहारनपुर रेल लाइन परियोजना के लिए प्रारंभिक कार्य शुरू।
- इस रेल मार्ग से देहरादून से दिल्ली का सफर दो घंटे कम समय में पूरा होगा।
- परियोजना का अंतिम स्थान सर्वे (फाइनल लोकेशन सर्वे) अंतिम चरण में।
परियोजना का विवरण
- कुल लंबाई: 92.600 किलोमीटर (कुछ दस्तावेजों में 104.740 किमी का उल्लेख)।
- अनुमानित लागत: 6500 करोड़ रुपये।
- प्रति किलोमीटर लागत: औसतन 62.05 करोड़ रुपये।
- ट्रेन की गति: 100 किलोमीटर प्रति घंटा।
- विशेषता: टनल आधारित परियोजना, जिसमें मोहंड क्षेत्र में सुरंगें बनाई जाएंगी।
परियोजना का विवरण | जानकारी |
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रेल लाइन की लंबाई | 92.600 किमी (104.740 किमी प्रस्तावित) |
कुल लागत | 6500 करोड़ रुपये |
प्रति किमी लागत | 62.05 करोड़ रुपये |
ट्रेन की अधिकतम गति | 100 किमी/घंटा |
सर्वेक्षण एजेंसी | मोनार्क सर्वेयर्स एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट लिमिटेड |
सर्वेक्षण और डीपीआर
- प्रारंभिक सर्वे पूरा, फाइनल लोकेशन सर्वे जल्द समाप्त होने की उम्मीद।
- विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी।
- सर्वे का कार्य मोनार्क सर्वेयर्स एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट लिमिटेड को सौंपा गया।
उत्तराखंड में रेल विकास
- देहरादून-सहारनपुर रेल लाइन परियोजना उत्तराखंड की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल।
- टनल आधारित इस परियोजना में मोहंड क्षेत्र में सुरंगों का निर्माण होगा।
- परियोजना से उत्तराखंड की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्य सचिव का बयान
- मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन: “देहरादून-सहारनपुर रेल लाइन उत्तराखंड के लिए गेम-चेंजर होगी। यह यात्रियों के लिए सफर को आसान बनाएगी। राज्य सरकार इस परियोजना को पूरा करने के लिए हर संभव सहयोग देगी।”
देहरादून-मसूरी रेल लाइन की स्थिति
- देहरादून-मसूरी रेल लाइन परियोजना को रेलवे बोर्ड की मंजूरी का इंतजार।
- यह परियोजना अंग्रेजी शासनकाल से चर्चा में रही है, लेकिन अभी तक मूर्त रूप नहीं ले सकी।
- हाल ही में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक हुई, लेकिन सर्वे पर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ।
- रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के बाद ही इस परियोजना पर काम आगे बढ़ेगा।