उत्तराखंड

देहरादून: राइफल क्लब फंड से असहाय लोगों को आर्थिक सहायता, समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल

देहरादून: राइफल क्लब फंड से असहाय लोगों को आर्थिक सहायता, समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल

देहरादून।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से देहरादून जिला प्रशासन जरूरतमंद, असहाय और अक्षम लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने मंगलवार को 6 जरूरतमंद व्यक्तियों को राइफल क्लब फंड के माध्यम से 1.35 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। यह पहल वंचित और गरीब वर्ग के लोगों को आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जरूरतमंदों को सहारा

जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने राइफल क्लब फंड का उपयोग कर जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहायता दी। इस पहल का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करना है।

जिलाधिकारी सविन बंसल: “हमारा लक्ष्य समाज के कमजोर वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ना और उनकी समस्याओं को कम करना है।”

आर्थिक सहायता के लाभार्थी

राइफल क्लब फंड से छह असहाय और जरूरतमंद व्यक्तियों को सहायता प्रदान की गई। यह सहायता विभिन्न जरूरतों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के लिए दी गई।सहायता प्राप्तकर्ता और राशि

लाभार्थीस्थानसहायता राशिउद्देश्य
मीनाक्षी रतूड़ीधर्मपुर25,000 रुपयेबच्चों की स्कूल फीस
शारदा देवीविजय कॉलोनी25,000 रुपयेकैंसर उपचार
दीपा देवीआडीपीएल, ऋषिकेश25,000 रुपयेचिकित्सा उपचार
इजाजुद्दीनडालनवाला25,000 रुपयेबेटी की शादी
जितेंद्रबडोवाला, आर्केडिया ग्रांट25,000 रुपयेबिजली बिल भुगतान
अब्दुल रहमानक्लेमेंटाउन10,000 रुपयेसिलाई मशीन (स्वरोजगार)

व्यक्तिगत कहानियां: सहायता का प्रभाव

धर्मपुर की मीनाक्षी रतूड़ी, जिनके पति की अचानक मृत्यु के बाद बच्चों की स्कूल फीस जमा करना मुश्किल हो गया था, को 25,000 रुपये की सहायता दी गई। यह राशि उनके बच्चों की शिक्षा को सुरक्षित करने में मददगार साबित हुई।वहीं, कैंसर पीड़ित शारदा देवी और दीपा देवी को इलाज के लिए 25,000 रुपये की सहायता प्रदान की गई।डालनवाला के इजाजुद्दीन, जिन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए आर्थिक तंगी का सामना किया, को भी 25,000 रुपये की मदद मिली।

दिव्यांगों को विशेष सहयोग

बडोवाला के दिव्यांग जितेंद्र का बिजली कनेक्शन बकाया बिल के कारण काट दिया गया था। राइफल क्लब फंड से 25,000 रुपये की सहायता ने उनके बिजली बिल का भुगतान संभव बनाया। क्लेमेंटाउन के दिव्यांग अब्दुल रहमान को स्वरोजगार के लिए सिलाई मशीन खरीदने हेतु 10,000 रुपये दिए गए।

लाभार्थी जितेंद्र: “यह सहायता मेरे लिए नई उम्मीद लेकर आई। अब मेरा परिवार फिर से रोशनी में है।”

राइफल क्लब फंड का व्यापक उपयोग

जिलाधिकारी ने बताया कि राइफल क्लब फंड का उपयोग मूलभूत सुविधाओं से इतर सामाजिक कल्याण के लिए किया जा रहा है। इस फंड से अब तक 11.05 लाख रुपये की सहायता जरूरतमंदों को दी जा चुकी है।

पहले की गई सहायता

  • झुग्गी बस्ती, प्रेमनगर: बालवाड़ी मरम्मत के लिए 1.30 लाख रुपये।
  • नीतू दुर्गादेवी, त्यूनी: बिजली बिल के लिए 18,000 रुपये।
  • अनाथ अदिति: बैंक ऋण चुकाने के लिए 50,000 रुपये।
  • शमीमा, भगत सिंह कॉलोनी: स्वरोजगार के लिए 30,000 रुपये।
  • सरस्वती शिशु मंदिर, भोगपुर: परिवहन वाहन के लिए 5.73 लाख रुपये।

राइफल क्लब फंड की पृष्ठभूमि

1959 से संचालित राइफल क्लब फंड शस्त्र लाइसेंस, पंजीकरण, नवीनीकरण और अन्य संबंधित सेवाओं से प्राप्त अनुदान से बनता है। इस फंड का उपयोग अब सामाजिक कल्याण और सीएसआर गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।

प्रशासन की प्रतिबद्धता

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य समाज के कमजोर वर्ग को सशक्त करना है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं और स्थानीय संसाधनों से सहायता दी जा रही है। ग्राउंड स्टाफ और अधिकारियों की मेहनत की भी सराहना की गई।

Shares: