गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों के बाद, कांग्रेस पार्टी ने देशभर में भाजपा-अडानी गठजोड़ के भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और छल के खिलाफ राजभवन मार्च कार्यक्रम आयोजित किए। देहरादून में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में राजभवन तक मार्च किया। इस मार्च में पार्टी के वरिष्ठ नेतागण, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, एआईसीसी और पीसीसी सदस्य, विभाग व प्रकोष्ठों के अध्यक्ष, जिला और महानगर अध्यक्ष, ब्लॉक, नगर, मंडल अध्यक्षों सहित हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुआ यह मार्च राजभवन की ओर बढ़ा, जिसका संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने किया। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस अवसर पर कहा कि अडानी पर लगे आरोपों ने भ्रष्टाचार की एक बड़ी जालसाजी का पर्दाफाश किया है। उन्होंने सरकारी योजनाओं में रिश्वतखोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और बाजार में हेरफेर के पैटर्न को उजागर किया। यह न केवल भारतीय व्यापार की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है, बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी ठेस पहुंचाता है।
माहरा ने कहा कि मोदी सरकार ने अडानी के मामले पर संसद में चर्चा को रोककर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ा है। उन्होंने महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में रसोई गैस के दाम 450 रुपये से बढ़कर 1100 रुपये हो गए हैं, जिससे आम जनता को महंगाई की मार सहनी पड़ रही है।
इसके अलावा, मणिपुर में हो रही हिंसा के प्रति सरकार की उदासीनता पर भी उन्होंने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मणिपुर में पिछले दो सालों से हिंसा, गोलीबारी और कर्फ्यू का माहौल बना हुआ है और प्रधानमंत्री ने अब तक वहां जाकर स्थिति का जायजा नहीं लिया है।
उत्तराखंड में अवैध खनन और शराब कारोबार पर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा कि ये सब राज्य सरकार के संरक्षण में हो रहा है। भू-माफिया के विरुद्ध कड़े कानून की मांग भी उन्होंने की।
कार्यक्रम के अंत में, कांग्रेसजनों ने सामूहिक गिरफ्तारी दी और उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया। इस मार्च में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, और कई अन्य प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।