District administration’s proactive monitoring of pregnant women during monsoon has yielded positive results.
नैनीताल।
जिला प्रशासन द्वारा मानसूनकाल में आपदा के दृष्टिगत गर्भवती महिलाओं की विशेष रूप से की जा रही मॉनिटरिंग के सुखद परिणाम देखने को मिले है।
आपदा के बीच गर्भवती महिला की निगरानी: ज्योस्यूडा से विशेष अभियान (Monitoring Pregnant Woman Amidst Disaster: Special Operation from Jyosuda)
आपदा काल में सड़कें अवरुद्ध होने से गर्भवती महिलाओं को चिकित्सालय तक लाने में होने वाली समस्याओं के दृष्टिगत जनपद की समस्त गर्भवती महिलाओं की आपदा कंट्रोल रूम से विशेष मॉनिटरिंग किए जाने हेतु दिए गए निर्देश के क्रम में गत दिनांक 2 सितंबर 2025 को मौसम के “रेड अलर्ट” के समय जिला कंट्रोल रूम को ओखलकांडा क्षेत्र के दूरस्थ ग्राम ज्योसूडा में श्रीमती सरिता देवी की प्रसव दिनांक अगले दिन 3 तारीख होना पता चला। प्रकरण प्रशासन के संज्ञान में आते ही तत्काल उप जिलाधिकारी धारी के. एन. गोस्वामी एवं आपदा अधिकारी कमल सिंह मेहरा द्वारा विशेष अभियान चलाते हुए महिला को रोड अवरुद्ध क्षेत्र से सुरक्षित चिकित्सा सुविधा स्थल को लाने हेतु कार्यवाही प्रारम्भ की गई।
टीम वर्क और समन्वय: सड़क खोलने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास (Teamwork and Coordination: Efforts to Clear Roads on War Footing)
टीम द्वारा तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग भवाली एवं अधिशासी अभियंता PMGSY से समन्वय कर तत्काल विशेष अभियान प्रारंभ किया गया। प्रभारी चिकित्साधिकारी ज्याेसुडा से संपर्क करने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि महिला की प्रसव तिथि अगले दिन ही है, हालांकि अभी महिला को किसी प्रकार का दर्द नहीं है लेकिन यदि कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होती है तो सड़क अवरुद्ध होने के कारण महिला को ज्योस्युडॉ मेंं रखना सुरक्षित नहीं है। इस पर टीम द्वारा सर्वप्रथम अवरुद्ध सड़क को खोलने हेतु प्रयास किए गए। रात्रि होने एवं भीड़ापनी से ज्योसूडा तक मार्ग कई जगह खराब होने के बावजूद पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता मनोज महतोलिया के द्वारा अपनी टीम के कनिष्ठ अभियंता राजीव गौड़ एवं जेसीबी चालक केशर सिंह को तत्काल स्थल पर रवाना किया, पीएमजीएसवाई की जेसीबी भी रोड खुलवाने पहुंची। राजस्व की टीम भी तत्काल मौके पर पहुंची।
स्थानीय सहयोग और दृढ़ संकल्प: महिला को सुरक्षित पहुंचाया (Local Support and Strong Resolve: Woman Safely Transported)
रात्रि 11 बजे बलना के पास रोड के वाश आउट होने से जेसीबी का आगे बढ़ना रुक गया। प्रधान बालना श्री सनवाल, प्रधान ज्योस्यूडॉ कुंदन रौतेला एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा तय किया गया कि महिला को अवरुद्ध मार्ग के एक तरफ लाया जाए तथा जेसीबी चालक यदि अवरुद्ध स्थान को महिला के सुरक्षित पार करने लायक बना दे तो महिला को वहां से ज्योस्युडॉ तक वाहन में लाया जा सकता है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ज्योसूडा डॉ शिवम, बलना एवं ज्योस्युडॉ के स्थानीय लोगों दीवान राम इत्यादि की मदद से महिला को अवरुद्ध रोड के एक तरफ लेकर आए। जेसीबी द्वारा रात्रि 12.00 बजे अवरुद्ध स्थान पर महिला के चलने लायक मार्ग बनाया गया। इसके पश्चात महिला को उनके पति हरीश के साथ आशा हेमा के संरक्षण में रात्रि लगभग 12:30 बजे, 108 एम्बुलेंस पर बैठाकर रात्रि 2:30 बजे पदमपुरी चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टर हिमांशु द्वारा परीक्षण करने के उपरांत गर्भवती महिला को भर्ती किया गया।
स्वास्थ्य की स्थिति और आगे की योजना (Health Status and Future Plan)
महिला स्वस्थ थी एवं डॉ हिमांशु के अनुसार रात्रि किए गए स्वास्थ्य परीक्षण में उनकी प्रसव दिनांक में अभी कुछ और दिन शेष होना सुनिश्चित हुआ है। प्रातः महिला प्रसव हेतु हल्द्वानी स्थित अपने रिश्तेदारों के पास हल्द्वानी रवाना हुई। वर्तमान में महिला हल्द्वानी स्थित सुरक्षित स्थान पर अपने रिश्तेदारों के यहां ठहरी है तथा चिकित्सा विभाग महिला के संपर्क में है।
आपदाकालीन बचाव अभियान में शामिल प्रमुख लोग और संस्थाएं:
व्यक्ति/संस्था | भूमिका |
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उप जिलाधिकारी धारी (के. एन. गोस्वामी) | अभियान का नेतृत्व |
आपदा अधिकारी (कमल सिंह मेहरा) | समन्वय एवं संचालन |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल | चिकित्सा सहायता समन्वय |
अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग | सड़क खोलने हेतु जेसीबी उपलब्ध कराना |
अधिशासी अभियंता, PMGSY | सड़क खोलने हेतु जेसीबी उपलब्ध कराना |
प्रभारी चिकित्साधिकारी ज्याेसुडा (डॉ शिवम) | महिला की प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच |
प्रभारी चिकित्साधिकारी पदमपुरी (डॉ हिमांशु) | महिला का परीक्षण और भर्ती |
108 एम्बुलेंस सेवा | महिला को अस्पताल पहुंचाना |
प्रधान बालना (श्री सनवाल) | स्थानीय सहयोग |
प्रधान ज्योस्युडॉ (कुंदन रौतेला) | स्थानीय सहयोग |
स्थानीय नागरिक (दीवान राम आदि) | महिला को सुरक्षित स्थान तक लाने में सहायता |
पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता (मनोज महतोलिया) | टीम को स्थल पर रवाना करना |
पीडब्ल्यूडी कनिष्ठ अभियंता (राजीव गौड़) | सड़क खोलने में सहयोग |
जेसीबी चालक ( 02) | सड़क खोलने में सहयोग |
इस अभियान के दौरान 108 सेवा भी धैर्य के साथ देर रात्रि तक भीड़ापानी में गर्भवती महिला के इंतजार में खड़ी रही। पदमपुरी चिकित्सालय स्थित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ हिमांशु अपनी टीम के साथ अस्पताल में समस्त तैयारी के साथ डटे रहे। आपदा प्रबंधन अधिकारी सहित उनकी टीम कंट्रोल रूम से लगातार समन्वय और संपर्क में रही। प्रशासन की ओर से रात भर पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग की गई, और लो0नि0वि0 के जेसीबी चालक केशर सिंह एवं अभियंताओं राजीव गौड़ एवं मनोज महतोलिया की प्रशंसा की है।