लखनऊ।
रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय के नेतृत्व में एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह पदयात्रा जनसंख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में निकाली गई, जो गोमती नगर से शुरू होकर 1090 चौराहा, यूपी दर्शन, लोहिया पार्क होते हुए विशाल खंड 2 तक पहुंची। इस यात्रा में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ-साथ हिंदू और मुस्लिम युवाओं ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। पदयात्रा का मुख्य मकसद सरकार तक यह संदेश पहुंचाना था कि भारत के विकास और स्थिरता के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बेहद जरूरी है।
पदयात्रा के बाद आयोजित सभा में गोपाल राय ने देश की बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि 1947 में आजादी के समय भारत की जनसंख्या महज 33 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 144 करोड़ से भी अधिक हो चुकी है। इस बेतहाशा बढ़ोतरी के कारण बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्राकृतिक संसाधनों पर भारी दबाव पड़ रहा है। चिकित्सा सुविधाओं की कमी, रोजगार के सीमित अवसर और शिक्षा की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं जनसंख्या वृद्धि के कारण और गंभीर हो गई हैं। राय ने चेतावनी दी कि अगर इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संतुलन बिगड़ सकता है।
युवाओं को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने अपील की कि वे इस मुद्दे को एक जनांदोलन का रूप दें और जनसंख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करें। उन्होंने कहा कि जनसंख्या पर नियंत्रण से ही देश के संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सकता है। साथ ही, शिक्षा, रोजगार, भोजन और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं सभी के लिए सुलभ हो सकेंगी। राय ने सख्त लहजे में कहा कि अगर सरकार ने इस कानून को जल्द लागू नहीं किया, तो आंदोलन और तेज हो सकता है।
इस दौरान गोपाल राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहरों को बढ़ावा मिला है, लेकिन अब समय आ गया है कि सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून पर प्राथमिकता से काम करे। सभा के अंत में पुलिस आयुक्त लखनऊ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें इस कानून की जरूरत पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों ने इस पदयात्रा को भारत के विकास और स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम करार दिया।
“बढ़ती जनसंख्या देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो आने वाली पीढ़ियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। यह समय की मांग है कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाए।”— गोपाल राय, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिंदू रक्षा परिषद
हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनी पदयात्राइस पदयात्रा की खास बात यह रही कि इसमें हिंदू और मुस्लिम युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह नजारा सामाजिक एकता और सौहार्द का संदेश देता नजर आया। प्रतिभागियों का कहना था कि जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा किसी एक धर्म या समुदाय का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। सभी को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा।
आंदोलन को मिलेगा और जोरगोपाल राय ने साफ किया कि यह पदयात्रा महज एक शुरुआत है। अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस मुद्दे को गांव-गांव और शहर-शहर तक ले जाएं और लोगों को जागरूक करें।
पुलिस प्रशासन का रहा सहयोगपदयात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन का सहयोग भी सराहनीय रहा। भारी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस आयुक्त ने न केवल व्यवस्था संभाली, बल्कि खुद प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपकर इस मुद्दे की गंभीरता को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूदइस विशाल पदयात्रा और सभा में विश्व हिंदू रक्षा परिषद के कार्यकर्ताओं के अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, युवा और आम नागरिक भी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में जनसंख्या नियंत्रण कानून को देश की प्रगति के लिए जरूरी बताया।
‘जनसंख्या नियंत्रण से ही होगा समृद्ध भारत’सभा के अंत में गोपाल राय ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण न केवल एक कानून का मामला है, बल्कि यह देश के भविष्य का सवाल है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर भारत को एक समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र बनाना है, तो इस चुनौती से निपटना होगा।
यह पदयात्रा न केवल लखनऊ, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। देखना होगा कि सरकार इस मांग पर क्या रुख अपनाती है। फिलहाल, गोपाल राय और उनके समर्थकों का संकल्प साफ है—“जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करो, देश को बचाओ।”