उत्तराखंड

वन विभाग का ‘भालू जागरूकता सप्ताह’, ग्रामीणों और छात्रों को बचाव उपायों पर जानकारी | Bear Awareness Week Rudraprayag Uttarakhand

वन विभाग का ‘भालू जागरूकता सप्ताह’, ग्रामीणों और छात्रों को बचाव उपायों पर जानकारी | Bear Awareness Week Rudraprayag Uttarakhand

रुद्रप्रयाग।

रुद्रप्रयाग जिले में वन्यजीव भालू की घटनाओं में वृद्धि को देखते हुए वन विभाग ने भालू जागरूकता सप्ताह (Bear Awareness Week) का आयोजन किया है। इस अभियान के तहत प्रभाग के विभिन्न रेंजों में भालू संवेदनशील ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जाकर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

स्थानीय लोगों, स्कूली छात्र-छात्राओं को भालू से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। ड्रोन (drone) और कैमरा ट्रैपिंग (camera trapping) से भालू के आवागमन मार्गों का चिन्हीकरण भी किया जा रहा है।

जागरूकता अभियान का उद्देश्य | Objective of Awareness Campaign

वन्यजीवों से मानव संघर्ष को कम करने और मानव-भालू संघर्ष (human-bear conflict) के न्यूनीकरण के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। प्रभागीय वन अधिकारी रजत सुमन (Rajat Suman) ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों में भालू की घटनाओं में कमी आई है। अभियान का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा।

बचाव के प्रमुख उपाय | Key Safety Measures

  • घरों के आसपास झाड़ियां नियमित साफ करें।
  • बच्चों और बुजुर्गों को अकेला न छोड़ें।
  • वनों से जुड़े क्षेत्र में मजबूत छड़ी रखें।
  • सूर्योदय और सूर्यास्त के समय वनों से लगे क्षेत्रों में न जाएं।
  • समूह में यात्रा करें।
  • भालू या अन्य वन्यजीव दिखने पर वन विभाग को सूचित करें।
  • पक्की गौशाला बनाएं।
  • वन्यजीवों को नुकसान न पहुंचाएं।
  • कचरा खुले में न फेंकें।
  • तेज गंध वाले पदार्थों का उपयोग न करें।
  • पालतू मवेशियों को खुले में न छोड़ें।
उपायउद्देश्य
झाड़ियां साफ करनाभालू को आकर्षित होने से रोकना
समूह यात्रासुरक्षा बढ़ाना
वन विभाग सूचनात्वरित कार्रवाई
पक्की गौशालामवेशियों की रक्षा

अभियान का प्रभाव | Impact of Campaign

अभियान से भालू की घटनाओं में कमी आई है। ग्रामीणों और छात्रों को जागरूक करने से आपदा प्रबंधन मजबूत हो रहा है। वन विभाग ने ड्रोन और कैमरा ट्रैपिंग से मार्ग चिन्हीकरण किया, जो भविष्य में संघर्ष कम करेगा।

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