हरिद्वार।
देवसंस्कृति विश्वविद्यालय (Dev Sanskriti Vishwavidyalaya) हरिद्वार में ‘फेथ एंड फ्यूचर: इंटीग्रेटिंग AI विद स्पिरिचुअलिटी’ (Faith and Future: Integrating AI with Spirituality) पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ।
इस दो दिवसीय आयोजन (16-17 सितंबर 2025) का शुभारंभ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami), और विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या (Dr. Chinmay Pandya) ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन में देश-विदेश के AI विशेषज्ञों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता को आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़कर सामाजिक प्रभाव पर चर्चा की।
सम्मेलन का उद्देश्य | Conference Objectives
सम्मेलन का फोकस AI को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जोड़कर सामाजिक प्रभाव और नैतिक उपयोग पर रहा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उद्घाटन संबोधन में कहा कि आधुनिक युग में AI की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे आध्यात्मिक मूल्यों के साथ समावेशित करना चाहिए। उन्होंने AI को भारतीय संस्कृति और ज्ञान तक पहुंचाने का माध्यम बताया। बिरला ने कहा कि विज्ञान और अध्यात्म का समन्वय भावी पीढ़ी को सशक्त बनाएगा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सनातन संस्कृति में ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म का अद्वितीय संगम है। AI तकनीक दैनिक जीवन को आसान बना रही है, लेकिन इसका उपयोग मानवीय मूल्यों और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि AI के सही उपयोग से उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा और कृषि में सुधार संभव है। धामी ने जोर दिया कि AI एक सामाजिक उत्तरदायित्व और नैतिक जिम्मेदारी है।
प्रमुख वक्ता और चर्चा | Key Speakers and Discussions
डॉ. चिन्मय पंड्या, संयुक्त राष्ट्र के AI और आस्था विशेष आयोग के एशिया कमिश्नर, ने कहा कि AI को भस्मासुर न बनने देना जरूरी है। युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का चिंतन इसका समाधान है। AI शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग और सुरक्षा में क्रांति ला रहा है, लेकिन नैतिकता, गोपनीयता और रोजगार प्रभाव पर चिंता है।अन्य प्रमुख वक्ता:
- भारत सरकार के AI मिशन CEO डॉ. अभिषेक सिंह (Dr. Abhishek Singh): AI का सामाजिक प्रभाव।
- रॉबर्ट ट्रैगर, विलियम जोन्स, स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, स्टुअर्ट रसेल, जान टैलिन (Robert Trager, William Jones, Swami Rupendra Prakash, Stuart Russell, John Talin): AI के नैतिक और वैश्विक आयाम।
- नालंदा विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. सचिन चतुर्वेदी (Dr. Sachin Chaturvedi): AI और अध्यात्म का समन्वय।
सम्मेलन में AI के नैतिक उपयोग, डेटा सुरक्षा, और रोजगार प्रभाव पर सत्र हुए। अतिथियों को युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पंड्या ने गायत्री महामंत्र चादर और प्रतीक चिह्न भेंट किए।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति | Key Attendees
- प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी यतीश्वरानंद (Swami Yatiswaranand)
- जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी (Kiran Chaudhary)
- विधायक मदन कौशिक (MLA Madan Kaushik)
- राज्यमंत्री डॉ. जयपाल सिंह चौहान (Dr. Jaipal Singh Chauhan)
- ओम प्रकाश जमदग्नि, सुनील सैनी (Om Prakash Jamdagni, Sunil Saini)
- जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा (Ashutosh Sharma)
- जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (DM Mayur Dikshit)
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल (SP Pramendra Singh Dobhal)
- उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह (Anshul Singh)
- मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे (CDO Akanksha Konda)
- अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान (ADM PR Chauhan)
- उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार (SDO Jitendra Kumar)
- सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान (City Magistrate Kushm Chauhan)
- एसपी सिटी पंकज गैरोला (SP City Pankaj Gairola)
- एचआरडीए सचिव मनीष सिंह (Secretary Manish Singh)
- देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं।