मसूरी।
मसूरी में चंद्रकुंवर बर्त्वाल शोध संस्थान (Chandra Kunwar Bartwal Research Institute) और द हिल्स ऑफ मसूरी (The Hills of Mussoorie) के तत्वावधान में लाइब्रेरी होटल सभागार (Library Hotel Auditorium) में हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल (Himwant Kavi Chandra Kunwar Bartwal) की पुण्यतिथि मनाई गई।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मालरोड पर लगी कवि की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि से हुआ।
श्रद्धांजलि और सम्मान समारोह | Tribute and Honors Ceremony
कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल (BJP Mandal President Rajat Agrawal), सोहम हिमालय संस्थान प्रमुख समीर शुक्ला (Samir Shukla), और समाजसेवी आशीष गोयल (Ashish Goyal) को प्रशस्ति पत्र, शॉल और पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया।
इसके अलावा मसूरी गर्ल्स इंटर कॉलेज (Mussoorie Girls Inter College) और हिलबर्ड स्कूल मसूरी (Hill Bird School Mussoorie) को भी सम्मान प्रदान किया गया।मसूरी गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं ने कवि की रचनाओं का भावपूर्ण पाठ किया, जबकि महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्यामंदिर की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर माहौल को उत्सवपूर्ण बनाया।
मुख्य अतिथि का संबोधन | Chief Guest’s Address
मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना, अपर सचिव मुख्यमंत्री, और उपाध्यक्ष मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण बंशीधर तिवारी (Banshidhar Tiwari) ने कहा कि चंद्रकुंवर बर्त्वाल ने छोटी उम्र में हिंदी साहित्य को अमूल्य योगदान दिया। वे मूर्धन्य कवि थे।
उन्होंने सभी को हिंदी दिवस (Hindi Diwas) की बधाई दी और कहा कि कवि के नाम पर प्रदेश स्तर पर साहित्यिक प्रयासों को बढ़ावा दिया जाएगा। तिवारी ने संस्थान को कवि की कविताओं और साहित्य को प्रचारित करने के लिए बधाई दी।
साहित्यकारों के विचार | Views of Litterateurs
कार्यक्रम में लेखक गणेश सैली (Ganesh Saili), जय प्रकाश उत्तराखंडी (Jay Prakash Uttarakhandi), उत्तरांचल प्रेस क्लब अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी (Bhupendra Kandari), महामंत्री सुरेंद्र सिंह डसीला (Surendra Singh Dasila), गौरव बर्त्वाल (Gaurav Bartwal), पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल (OP Uniyal), पूर्व डीआईजी एसपी चमोली (SP Chamoli) ने कवि की कविताओं पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि चंद्रकुंवर बर्त्वाल ने हिंदी साहित्य की जो सेवा की, वह अविस्मरणीय है।
आयोजक का काव्य पाठ | Organizer’s Poetry Recitation
कार्यक्रम आयोजक और शोध संस्थान के अध्यक्ष शूरवीर भंडारी (Shoorveer Bhandari) ने कवि की रचनाओं का पाठ किया। उन्होंने कहा कि चंद्रकुंवर बर्त्वाल ने एक पंक्ति से लेकर हजारों पंक्तियों की कविताएं लिखीं, यहां तक कि अपनी मृत्यु पर भी काव्य रचा। भंडारी ने मांग की कि छोटे विद्यालयों में उनकी कविताओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
अध्यक्ष का संबोधन | President’s Address
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी (Mayor Meera Saklani) ने कहा कि चंद्रकुंवर बर्त्वाल ने प्रकृति पर कविताएं रचीं और समाज को नई दिशा दी। उन्होंने मालरोड पर लगी प्रतिमा के सौंदर्यीकरण का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन अनिल गोदियाल (Anil Godiyal) ने किया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति | Key Attendees
इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता (Anuj Gupta), जगजीत कुकरेजा (Jagjeet Kukreja), नरेंद्र पडियार (Narendra Padiyar), विजय लक्ष्मी काला (Vijay Lakshmi Kala), अनीता पुंडीर (Anita Pundir), पालिका सभासद गौरी थपलियाल (Gauri Thapliyal), शिवानी भारती (Shivani Bharti), कविता भंडारी (Kavita Bhandari), प्रदीप भंडारी (Pradeep Bhandari), विजय रमोला (Vijay Ramola), अरविंद सेमवाल (Arvind Semwal) सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
साहित्यिक विरासत का संरक्षण | Preservation of Literary Heritage
हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल (Himwant Kavi Chandra Kunwar Bartwal) की पुण्यतिथि पर यह समारोह उनकी साहित्यिक विरासत को जीवित रखने का प्रयास रहा। सम्मान और काव्य पाठ से साहित्य प्रेमियों को प्रेरणा मिली।