श्रीनगर गढ़वाल।
नगर निगम श्रीनगर गढ़वाल ने गौवंश कल्याण के लिए एक सराहनीय पहल की है। मेयर श्रीमती आरती भंडारी ने आज निगम कार्यालय परिसर से “गौ-ग्रास वाहन” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह विशेष वाहन अब प्रतिदिन सुबह और शाम दो बार शहर में भ्रमण करेगा, ताकि नगरवासी अपने घरों का बचा हुआ भोजन, चारा और अन्य उपयुक्त सामग्री इसमें डाल सकें।

गौ-ग्रास वाहन का उद्देश्य (Purpose of Gau-Gras Vehicle)
इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य नगर की निराश्रित गौवंशों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है। “गौ-ग्रास” वाहन नगर में विभिन्न निर्धारित स्थानों से सामग्री एकत्र कर सीधे निगम की गौशाला तक पहुंचाएगा, जहां इन बेजुबान प्राणियों की सेवा की जाएगी।
मेयर आरती भंडारी ने सभी नगरवासियों से अपील करते हुए कहा, “गौ सेवा सबसे बड़ी सेवा है। अतः आप सभी से आग्रह है कि अपने घरों का बचा हुआ भोजन और चारा इस वाहन में ही दें, ताकि यह पुण्य कार्य सफल हो सके।”
स्वच्छता और कचरा प्रबंधन में योगदान (Contribution to Cleanliness and Waste Management)
नगर निगम की यह पहल न केवल गौवंशों के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि शहर की स्वच्छता और कचरा प्रबंधन में भी सहायक सिद्ध होगी। नगर निगम श्रीनगर गढ़वाल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रशासनिक प्रयासों में जब सेवा भाव जुड़ जाए, तो समाज की तस्वीर बदल सकती है।
सुनियोजित रूट और साफ-सुथरा सिस्टम (Planned Route and Clean System)
नगर निगम द्वारा तैयार किए गए रूट प्लान के अनुसार, “गौ-ग्रास वाहन” शहर के प्रत्येक वार्ड में तय समय पर पहुंचेगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि सुबह और शाम दो बार वाहन निकलेगा और एकत्र सामग्री को सीधे गौशाला ले जाया जाएगा। वाहन में साफ-सुथरे कंटेनर होंगे ताकि कोई भी दुर्गंध या गंदगी न फैले।
नगरवासियों का उत्साह (Public Enthusiasm)
वाहन की पहली यात्रा में ही नगरवासियों ने भरपूर सहयोग दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे अब से अपने घरों का भोजन और चारा पहले से तैयार रखेंगे और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक “गौ-ग्रास” वाहन को सामग्री सौंपकर पुण्य लाभ कमाएंगे।
सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ा प्रयास (Cultural Values Initiative)
श्रीनगर गढ़वाल जैसे सांस्कृतिक नगर में यह पहल विशेष महत्व रखती है। जहां एक ओर यह धार्मिक भावनाओं को सम्मान देती है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक उत्तरदायित्व को भी बढ़ावा देती है। नगरवासियों से अपील की गई है कि वे प्लास्टिक, पैकेज्ड फूड या खराब खाना न डालें।
“जहां बेजुबानों की सेवा हो, वहां ईश्वर का वास होता है।” नगर निगम श्रीनगर गढ़वाल की यह पहल निश्चित ही एक प्रेरणा बनकर उभरेगी।
विभाग (Department) | कार्य (Action) |
---|---|
नगर निगम (Municipal Corporation) | गौ-ग्रास वाहन की शुरुआत (Launch of Gau-Gras Vehicle) |
मेयर (Mayor) | आरती भंडारी (Aarti Bhandari) |
समय (Timing) | सुबह और शाम (Morning and Evening) |
इस पहल से न केवल गौवंशों को भोजन मिलेगा, बल्कि यह शहर की स्वच्छता में भी योगदान देगा।