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उपराष्ट्रपति का शिवराज से सवाल-किसानों से किए वादे अधूरे क्यों:बोले- इस साल भी आंदोलन जारी है, कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ नहीं कर रहे

Hindi News National Vice President Question To Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan Mumbai उपराष्ट्रपति का शिवराज से सवाल-किसानों से किए वादे अधूरे क्यों:बोले- इस साल भी आंदोलन जारी है, कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ नहीं कर रहे मुंबई 3 घंटे पहले कॉपी लिंक उपराष्ट्रपति ने कहा- ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं

Vice President Question To Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan Mumbai

मुंबई

उपराष्ट्रपति ने कहा- ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। - Dainik Bhaskar

उपराष्ट्रपति ने कहा- ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं।

किसान आंदोलन को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को सीधे कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से कई सवाल किए।

उन्होंने शिवराज की ओर इशारा करते हुए कहा, कृषि मंत्री जी, आपका एक-एक पल भारी है। मेरा आपसे आग्रह है और भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है कि कृपया करके मुझे बताइए कि किसान से क्या वादा किया गया था? और जो वादा किया गया ​​था, वो क्यों नहीं निभाया गया?

वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? गत वर्ष भी आंदोलन था, इस वर्ष भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है। हम कुछ कर नहीं कर रहे हैं।

धनखड़ ने मुंबई में केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरसीओटी) के शताब्दी समारोह के दौरान ये बातें कहीं। इसी कार्यक्रम में शिवराज भी शामिल हुए थे।

हालांकि, उन्होंने उपराष्ट्रपति के सवालों का जवाब नहीं दिया। शिवराज ने कहा- भारत अपने किसानों के बिना समृद्ध देश नहीं बन सकता।

उपराष्ट्रपति बोले- हिंदुस्तान का किसान असहाय है

  • पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था। जब ऐसा हो रहा है तो मेरा किसान परेशान और पीड़ित क्यों है?
  • ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। दुनिया में हमारी साख पहले कभी इतनी नहीं थी, भारत का प्रधानमंत्री आज विश्व के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है।
  • मोदी ने दुनिया को संदेश दिया है कि समाधान केवल बातचीत से ही निकल सकता है। ऐसे में किसानों की समस्या दूर की जाए। विकसित राष्ट्र का दर्जा पाने के लिए प्रत्येक नागरिक की आय में आठ गुना वृद्धि करनी होगी।
  • कौन हैं वो लोग जो किसानों को कहते हैं कि उसके उत्पाद का उचित मूल्य दे देंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई पहाड़ गिरेगा। किसान अकेला है, जो असहाय है।

जिस समय धनखड़ का कृषि मंत्री से सवाल, उसी समय नोएडा में किसानों का धरना

नोएडा में किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।

नोएडा में किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।

जिस समय धनखड़ कृषि मंत्री से सवाल कर रहे थे, उसी समय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नोएडा के ‘दलित प्रेरणा स्थल’ पर धरना दे रहे 163 से अधिक किसानों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। प्रेरणा स्थल भी खाली करा लिया गया।

पुलिस ने बताया कि भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसान लंबे समय तक डटे रहने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन टेंट पहले ही उजाड़ दिए।

किसानों की 4 मांगें

  • किसानों को जमीन अधिग्रहण के बदले 10% प्लाट दिया जाए।
  • 64.7% की दर से किसानों को मुआवजा मिले।
  • नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार, बाजार दर का 4 गुना मुआवजा दिया जाए।
  • भूमिधर, भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के सभी फायदे दिए जाएं।

10 किसान संगठनों का आंदोलन, 1 हफ्ते बाद दिल्ली मार्च कर सकते हैं

आंदोलन में 10 संगठन शामिल हैं। इनमें भाकियू टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति, भारतीय किसान परिषद, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान एकता परिषद, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, जवान जय किसान मोर्चा, सिस्टम सुधार संगठन आगरा शामिल है। आंदोलन की अगुवाई भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा और भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पवन खटना कर रहे हैं।

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