भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) बीते सप्तार तेज रफ्तार से भागा था और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों ग्रीन जोन में कारोबार करते नजर आए थे. लेकिन क्या साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर की शुरुआत में पहले कारोबारी दिन भी ये रफ्तार जारी रहेगी? बता दें बाजार को लेकर मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं. दरअसल, एक ओर जहां ग्लोबल मार्केट में तेजी का असर बाजार पर दिख सकता है, तो वहीं दूसरी ओर दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) के जो आंकड़े सामने आए हैं, वो बाजार को प्रभावित कर सकते हैं.
शुक्रवार को खूब भागे थे सेंसेक्स-निफ्टी
सबसे पहले बात करते हैं बीते सप्ताह शेयर बाजार की चाल के बारे में, तो बता दें कि पिछले शुक्रवार को Share Market जोरदार तेजी के साथ क्लोज हुआ था. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 79,032.99 पर खुलने के बाद खूब उछला था और 79,923.90 के लेवल तक गया था. हालांकि, बाजार बंद होने पर ये 759.05 अंक या 0.96% की तेजी लेकर 79,802.79 के लेवल पर क्लोज हुआ था.
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी तूफानी तेजी से भागा था. बीते शुक्रवार को ये इंडेक्स 23,927.15 के लेवल पर खुलने के बाद रफ्तार पकड़ते हुए 24,188 तक उछला था, लेकिन मार्केट क्लोज होते-होते इसकी रफ्तार कुछ धीमी पड़ी थी, फिर भी Nifty 216.95 या 0.91% की बढ़त लेते हुए 24,131.10 के स्तर पर क्लोज हुआ था.
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ग्लोबल मार्केट में हरियाली
बात करें दिसंबर महीने के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार की चाल के बारे में, तो बता दें कि ग्लोबल मार्केट में हरियाली देखने को मिल रही है. अमेरिकी बाजारों पर नजर डालें, तो शुक्रवार को S&P 500 इंडेक्स 0.56% , तो Nasdaq 0.83% की बढ़त के साथ बंद हुए थे. इसके अलावा Dow Jones ने भी ग्रीन जोन में कारोबार खत्म किया था.
वहीं दूसरी ओर एशियाई मार्केट बाजार की चाल देखें तो साउथ कोरिया (South Korea) का कोस्पी, हांगकांग का हैंग सैंग और शंघाई कंपोजिट में हरे निशान पर कारोबार हो रहा है. हालांकि, Gifty Nifty में मामूली सुस्ती देखने को मिल रही है. ऐसे में अमेरिकी बाजारों समेत एशिया के तमाम मार्केट में तेजी का असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर नजर आ सकता है.
GDP के सुस्त आंकड़े रोक सकते हैं रफ्तार!
जैसा कि बताया कि सोमवार को बाजार के लिए मिल-जुले संकते मिल रहे हैं. ऐसा इसलिए कि भले ही ग्लोबल मार्केट का असर बाजार पर दिख सकता है, लेकिन कहीं न कही दूसरी तिमाही में धीमी पड़ी भारती की जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती है.
सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें, तो जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 5.4% रही है, जो उम्मीद के मुताबिक नहीं है और पिछले सात तिमाहियों में सबसे कम है. ऐसे में इकोनॉमी ग्रोथ के सुस्त आंकड़ों का असर भी बाजार पर दिखाई देने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. इस बीच विदेशी निवेशकों की बिकवाली एक बार फिर जोर पकड़ती नजर आई है, जो असर डाल सकती है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)