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दिसंबर में इस दिन से बंद हो जाएंगे शादी-विवाह, एक महीने तक नहीं होगा कोई मांगलिक कार्यक्रम, जानें क

Image Source : FREEPIK December 2024 Marriage Date December 2024 Marriage: नवंबर और दिसंबर का महीना शादियों वाला होता है। इस समय में देशभर में लाखों शादियां होती हैं। लेकिन अब 15 दिसंबर से शादी-विवाह और सभी मांगलिक कार्य पूरी तरह बंद हो जाएंगे। इसके बाद फिर एक महीने तक कोई भी मांगिलक कार्यक्रम का

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December 2024 Marriage Date

December 2024 Marriage: नवंबर और दिसंबर का महीना शादियों वाला होता है। इस समय में देशभर में लाखों शादियां होती हैं। लेकिन अब 15 दिसंबर से शादी-विवाह और सभी मांगलिक कार्य पूरी तरह बंद हो जाएंगे। इसके बाद फिर एक महीने तक कोई भी मांगिलक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। दरअसल, 15 दिसंबर से खरमास लगने वाला है। हिंदू धर्म में खरमास के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। खरमास में शादी-विवाह सगाई के अलावा गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन समेत अन्य कोई भी नया कार्य आरंभ नहीं किया जाता है। तो आइए जानते हैं कि 15 दिसंबर के बाद विवाह और शुभ काम क्यों नहीं करना चाहिए।

खरमास में क्यों नहीं होते शादी-विवाह और मांगलिक कार्यक्रम

ज्योतिष में सूर्य ग्रहों के राजा माने गए हैं और वे पिता पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए उनके तेज का कम होना मांगलिक करने के लिए उत्तम नहीं माना गया है। बता दें कि सूर्य जब मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो उनका तेज कम हो जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य के लिए सूर्य का तेज होना बहुत ही अच्छा माना जता है। इसी वजह से खरमास के दौरान शादी-विवाह और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।

खरमास 2024 कब खत्म होगा

15 दिसंबर को रात 10 बजकर 19 मिनट पर सूर्य धनु राशि में गोचर करेंगे, जिसे धनु संक्रांति कहा जाता है। सूर्य के धनु राशि में गोचर करते ही खरमास शुरू हो जाएगा। इसके बाद सीधा अगले साल यानी 14 जनवरी 2025 को खरमा समाप्त होगा।

खरमास के दौरान करें ये काम

  • खरमास में भगवान सूर्य देव और विष्णु जी की पूजा करें
  • खरमास के दौरान नियमित रूप से तुलसी माता को जल अर्पित करें
  • खरमास में शाम के समय घर के मंदिर में रोजाना दीया जलाना बिल्कुल भी न भूलें
  • खरमास के दौरान पूजा पाठ, व्रत, भजन-कीर्तन और मंत्रों का जाप करें
  • खरमास में अपनी क्षमतानुसार गरीब और जरूरतमंदों को अन्न का दान करें।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। samay hastakshar एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।) 

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